रावत ने कहा कि लेकिन हम संघर्ष विराम उल्लंघन की स्थिति में मुंहतोड़ जवाब देने से हिचकिचाएंगे नहीं। सेना प्रमुख यहां थलसेना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने ड्यूटी के दौरान असाधारण साहस दिखाने वाले जवानों को वीरता पदकों से सम्मानित किया।
जनरल रावत ने कहा कि यदि किसी जवान को कोई शिकायत है तो उसे अपने मामलों को सुलझाने के लिए उचित मंच मुहैया कराया गया है। यदि आप कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है तो आप मुझसे सीधे संपर्क कर सकते हैं।
उन्होंने अपनी शिकायतों को व्यक्त करने के लिए जवानों द्वारा सोशल मीडिया के इस्तेमाल का जिक्र करते हुए कहा कि आपने जो कार्रवाई की है, आप उसके लिए अपराधी है, और सजा के हकदार हो सकते हैं। उन्होंने कहा, इसका सीमा पर देश की सेवा कर रहे बहादुर जवानों पर (नकारात्मक) असर पड़ा है। आतंकवाद के मामले पर उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 के आखिरी कुछ महीनों में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति काफी संवेदनशील हो गई है।
उन्होंने कहा कि भले ही वास्तविक नियंत्रण रेखा हो या नियंत्रण रेखा हो, हम उचित कार्रवाई करेंगे और हमारे जवान सभी मोर्चों पर प्रशंसनीय काम कर रहे हैं। जनरल रावत ने कहा कि उत्तरी मोर्चे पर, भारत चीन के साथ शांति चाहता है। दोनों पक्ष विश्वास बहाली उपाय अपना रहे हैं ताकि सीमा पर तनाव कम किया जा सके। एलएसी पर अतिक्रमण के बावजूद दोनों पक्षों की सेनाओं ने आपसी समन्वय में सुधार किया है।
उन्होंने आतंकी क्रियाकलापों के जरिये शांति बाधित करने का प्रयास करने वालों को चेताते हुए कहा कि मैं समझता हूं कि हमारे प्रतिद्वंद्वियों को हमारी मजबूती की जानकारी है। हमेशा तैयार रहते हुए हमारी नीति किसी भी जगह और किसी भी समय कार्रवाई करने की है। सीमा पर शांति बहाली के हमारे प्रयासों को हमारी कमजोरी के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
सेना प्रमुख ने यहां फील्ड मार्शल करियप्पा परेड ग्राउंड में परेड का निरीक्षण किया। इस कार्यक्रम में छह विभिन्न रेंजीमेंटों की टुकडि़यों ने मार्च किया और ब्रहमोस एवं आकाश जैसी मिसाइलों की प्रदर्शनी लगाई गई। एक वरिष्ठ सेना अधिकारी ने कहा कि अमेरिका, जापान, रूस, चीन, इस्राइल और अफ्रीकी देशों सहित 35 देशों से जुड़े 87 रक्षा समूह इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
इस समारोह का समापन भारतीय सेना के जांबाज मोटरसाइकिल साहसिक सवारों के साथ हुआ जिन्होंने स्टंट दिखाए और तीनों रक्षा बलों के झ़डे तथा तिरंगे का प्रदर्शन किया। इस बीच, दक्षिण पश्चिमी कमान ने जयपुर में एक रंगारंग समारोह में शहीदों को श्रद्धांजलि देकर थलसेना दिवस मनाया।
अमर ज्योति जवान के आस-पास का क्षेत्र देशभक्ति की सैन्य धुनों से गूंज उठा। इस दौरान हेलीकाप्टर प्रदर्शनी और भांगड़ा एवं नगा नृत्य जैसे कार्यक्रम एवं डॉग शो ने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। (एजेंसी)