देश आज अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस खास मौके पर होने वाले मुख्य कार्यक्रम राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर हो रहा है। इस बार होने वाली परेड खास होगी। परेड में भाग लेने वाले आमंत्रित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस बार के समारोह में मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों हैं। इमैनुएल परेड कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 75वें गणतंत्र दिवस के जश्न का नेतृत्व करेंगी। आज के परेड के दौरान महिला सशक्तीकरण को लेकर कुल 26 झांकियां निकाली जाएंगी।
इस बार के परेड की खास बात यह भी है कि अभी तक हमेशा परेड की शुरुआत सैन्य बैंड के साथ होती आई है, लेकिन इस बार देशभर की 100 महिला सांस्कृतिक कलाकार पारंपरिक वाद्यों के साथ परेड का आगाज करेंगी। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम बड़े नेताओं ने 75वें गणतंत्र दिवस की देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, देश के अपने समस्त परिवारजनों को गणतंत्र दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। जय हिंद! इस मौके पर देश के अलग-अलग हिस्सों में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। मुख्य कार्यक्रम दिल्ली के कर्तव्य पथ पर सुबह 10.30 बजे आयोजित होगा।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को देशवासियों को 75वें गणतंत्र दिवस पर शुभकामनाएं दीं और उनसे संविधान में निहित सिद्धांतों के प्रति स्वयं को पुन: प्रतिबद्ध करने का संकल्प लेने व समृद्ध भारत के निर्माण की दिशा में मिलकर कार्य करने का आह्वान किया।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पचहत्तर साल पहले, हमारे संविधान निर्माताओं ने एक ऐसे राष्ट्र की कल्पना की थी जहां न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व दुनिया के सबसे बड़े और सबसे समावेशी लोकतंत्र के मार्गदर्शक सिद्धांत होंगे।’’
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘समस्त देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। मैं लोकतंत्र के इस पावन अवसर पर सभी स्वतंत्रता सेनानियों, संविधान निर्माताओं और देश की एकता व अखंडता के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर जवानों को नमन करता हूं। आइये, हम सब मिलकर गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपने लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने का प्रण लें और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में अपना योगदान दें।’
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा, ‘प्रदेश वासियों को 75वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं! यह राष्ट्रीय पर्व हमें अपने अमर सेनानियों के स्मरण के साथ ही ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना की सिद्धि हेतु प्रतिबद्ध होने का अवसर भी प्रदान करता है। आइए, ‘समर्थ-आत्मनिर्भर भारत’ के निर्माण के लिए हम सभी संकल्पित हों!’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर देशवसियों को शुभकामनाएं दीं और भारत को एक सशक्त एवं विकसित देश के रूप में स्थापित करने के संकल्प को मज़बूत करने का उनसे आह्वान किया। सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आप सभी को 75वें गणतंत्र दिवस की अनेकानेक शुभकामनाएं। इस ऐतिहासिक अवसर पर हम सभी भारत को एक सशक्त एवं विकसित देश के रूप में स्थापित करने के संकल्प को मज़बूत करें। जय हिन्द!’’
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर शुक्रवार को लोगों से संविधान की रक्षा का प्रण लेने का आह्वान किया।
केजरीवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ 75वें गणतंत्र दिवस पर देशवासियों को बधाई। आइए, सब मिलकर संविधान की रक्षा करने और लोकतंत्र को मजबूत करने का प्रण लें।’’
नागपुर में आयोजित गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने तिरंगा फहराया। इस दौरान संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गणतंत्र का मतलब प्रजा का राज्य और भारत प्रजा का राज्य है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवतने शुक्रवार को लोगों से भाईचारे के साथ रहने का आह्वान करते हुए कहा कि भारत में कुछ ही वर्षों में विश्व गुरू बनने की क्षमता है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज हम देख रहे हैं कि हम धर्म के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। यह शक्ति कहां से आई? यह शक्ति हमेशा से थी। 22 जनवरी को (राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ) एक वातावरण बना है। इसी तरह आज के दिन भी एक वातावरण बना है। यह वातावरण एक ही दिन रहने की अपेक्षा नहीं की जाती।’’
संघ प्रमुख ने कहा कि सरकार की संविधान का संरक्षण करने की ‘तकनीकी’ जिम्मेदारी है, लेकिन नागरिक इसमें अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भागवत ने कहा कि भारत में हमेशा से उठ खड़े होने की क्षमता थी, लेकिन परिणाम तभी आते हैं जब लोग भाईचारे के साथ रहते हैं।
उन्होंने कहा कि यदि किसी ने 40 वर्ष पहले ‘भारतवर्ष’ के उदय की बात कही होती तो हमारे अपने ही लोगों ने इस बात को मजाक में उड़ा दिया होता। उन्होंने कहा, ‘‘हम अलग दिख सकते हैं, हमारे देश में विविधता को स्वीकार करने की परंपरा है। हमें भाईचारे के साथ रहना चाहिए और संविधान के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए। देश तभी प्रगति की ओर अग्रसर होगा।’’
भागवत ने कहा कि लोगों को अपना जीवन देश को समर्पित कर देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘तब हम भारत को कुछ ही वर्षों में विश्व गुरू बनते हुए देख सकते हैं।’’ उन्होंने लोगों से गणतंत्र दिवस मनाने और अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागरुक रहते हुए उन्हें उचित तरीके से निभाने की अपील की।
फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने शुक्रवार को 75वें गणतंत्र दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि इस अवसर पर उन्हें भारत के लोगों के बीच होने की खुशी और गर्व, दोनों हैं।
अमेरिका ने भारत को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए एक प्रमुख रणनीतिक साझेदार बताया है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शुक्रवार को भारत के 75वें गणतंत्र दिवस पर सभी भारतीयों को बधाई दी और दोनों देशों के लोगों के आपसी जीवंत संबंध और गहरे होने की उम्मीद जताई।
ब्लिंकन ने एक बयान में कहा कि पिछला वर्ष ‘‘जी20 की भारत की सफल अध्यक्षता और जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में हमारे सहयोग समेत कई कदमों के कारण हमारी समग्र वैश्विक एवं रणनीतिक साझेदारी’’ के लिहाज से बहुत अहम रहा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गणतंत्र दिवस के मौके पर शुक्रवार को देशवासियों को शुभकमानाएं दीं और आरोप लगाया कि केंद्र की मौजूदा सरकार द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत संविधान तथा नागरिकों के अधिकारों पर हमला किया जा रहा है। उन्होंने यह दावा भी किया कि भावनात्मक मुद्दों का सहारा लेकर असल मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास हो रहा है।
बता दें कि परेड के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 16 और केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की 9 झांकियां शामिल होंगी। इस बार के जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां शामिल होंगी उनमें अरुणचाल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय, झारखंड, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना शामिल हैं। इसके साथ ही परेड में तीनों सेनाओं, अर्धसैनिक बलों, तटरक्षक बल, दिल्ली पुलिस, एनसीसी, एनएसएस और पूर्व सैनिकों की टुकड़ियां हिस्सा लेंगी. 9 विभागों की झांकियां भी शामिल की गई हैं।