प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली दंगों को लेकर निलंबित आप पार्षद ताहिर हुसैन, पीएफआई और कुछ अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और दंगों के लिए कथित तौर पर पैसा मुहैया करवाने का मामला दर्ज किया।
अधिकारियों ने बताया कि हुसैन के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ने मामला धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया है। हुसैन पर पिछले महीने उत्तरपूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान खुफिया ब्यूरो के कर्मचारी की हत्या का भी आरोप है। हुसैन वर्तमान में दिल्ली पुलिस की हिरासत में है।
अधिकारियों ने बताया कि ईडी ने हुसैन, पीएफआई तथा अन्य के खिलाफ कथित धन शोधन तथा अवैध धन मुहैया करवाने के मामले की जांच के संबंध में दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज की गई कुछ प्राथमिकियों का संज्ञान लिया। दंगों में 50 से अधिक लोग मारे गए थे।
पीएफआई सदस्य गिरफ्तार
देश विरोधी षड्यंत्र रचने के आरोपों से चर्चा में आए पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) पर अब दिल्ली में भी शिकंजा कसना शुरू हो चुका है। स्पेशल सेल ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के लिए साजिश रचने के आरोप में त्रिलोकपुरी निवासी 33 साल के मोहम्मद दानिश को गिरफ्तार किया है। दानिश पीएफआई का सक्रिय सदस्य है। इससे एक दिन पहले स्पेशल सेल ने कश्मीरी मूल के पति-पत्नी को जामिया नगर के ओखला विहार से गिरफ्तार किया था। दंपती को आईएस के अफगानी बेस्ड आतंकी संगठन से संबंध होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उनसे पूछताछ और बरामद दस्तावेजों की छानबीन से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े होने के भी सबूत मिले हैं। इसके बाद आईएस और पीएफआई के बीच की संपर्कों की कड़ी के तौर पर सुरक्षा एजेंसियां और स्पेशल सेल जांच कर रही हैं।
पीएफआई ने हिंसा से संबंधों को नकारा
वहीं पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने कहा है कि दिल्ली में हुई हिंसा में उसकी कोई भूमिका नहीं है। पीएफआई ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार उसे बेवजह निशाना बना रही है।