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दिल्ली हिंसाः अफवाह फैलाने को लेकर छह मामले दर्ज, 24 गिरफ्तार

उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में पुलिस बल की भारी तैनाती के बीच धीरे-धीरे जनजीवन पटरी...
दिल्ली हिंसाः अफवाह फैलाने को लेकर छह मामले दर्ज, 24 गिरफ्तार

उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में पुलिस बल की भारी तैनाती के बीच धीरे-धीरे जनजीवन पटरी पर लौट रहा है। सोमवार को एक और घायल की मौत हो गई है। वहीं, पुलिस ने रविवार को तीन अलग अलग जगहों से चार और शव बरामद किए। इसके साथ ही हिंसा में मरने वालों की संख्या 47 तक पहुंच गई है।  दूसरी ओर दिल्ली में रविवार की शाम को कुछ जगहों पर हिंसा की अफवाह फैलने से माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस मामले में पुलिस ने सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट से 2 लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से 21 लोग और रोहिणी जिले से 1 व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। अब इस मामले में 24 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। एक मार्च को कुछ देर के लिए मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने कहा कि हालात पूरी तरह नियंत्रण में है और लोग अफवाहों पर ध्यान न दें।

पुलिस के मुताबिक गोकलपुरी और शिव विहार में नालियों से चार और शव निकाले गए। दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने अब तक की हिंसा के सिलसिले में 254 प्राथमिकी दर्ज की हैं और 903 व्यक्तियों को गिरफ्तार या हिरासत में लिया है। इनमें से 41 मामले आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किए गए हैं। पिछले चार दिनों में उत्तर-पूर्वी जिले से कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है। एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस निवासियों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने और अधिकारियों को रिपोर्ट करने का आग्रह कर रही है।

पुलिस ने कहा कि रविवार को गोकलपुरी में दो नालों से तीन शव निकाले गए, जबकि एक शव को शिव विहार में एक नाले से बाहर निकाला गया। हालांकि, यह पता लगाया जाना बाकी है कि क्या वे दंगों से जुड़े हैं और अधिकारियों ने मरने वालों की संख्या को अपडेट नहीं किया है।

अफवाहों से तनाव

हिंसा की झूठी अफवाहों के बाद रविवार शाम को दिल्ली के कई हिस्सों में दहशत फैल गई। दिल्ली मेट्रो ने बिना किसी कारण के सात स्टेशनों के प्रवेश और निकास को कुछ समय के लिए बंद कर दिया। हालांकि, दिल्ली पुलिस और आप  नेताओं ने किसी भी घटना से इनकार किया और सभी से शांत रहने की अपील की।

अफवाहों से बचने की अपील

दिल्‍ली पुलिस ने भी ट्वीट कर लोगों से अफवाहों पर भरोसा नहीं करने को कहा है। दिल्‍ली पुलिस के प्रवक्‍ता एमएस रंधावा ने कहा, 'पूरे शहर में हालात सामान्‍य हैं। पुलिस के वरिष्‍ठ अधिकारी हालात पर नजर रख रहे हैं। कुछ घबराहट भरे कॉल आ रहे हैं, मैं दिल्ली के लोगों से कहना चाहूंगा कि वे उन पर ध्यान न दें। हमें पुश्चिम दिल्‍ली, दक्षिण पूर्व दिल्‍ली, मदनपुर खादर, राजौरी गार्डन, हरि नगर और ख्‍याला से कुछ घबराहट भरे फोन कॉल आए हैं। कृपया उनपर ध्‍यान न दें। इन जगहों पर हालात सामान्‍य हैं। पुलिस सोशल मीडिया पर भी नजर रख रही है और अफवाह फैलानों वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।' 'आप' सांसद संजय सिंह ने एक ट्वीट में लोगों से अनुरोध किया कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्होंने ट्वीट किया, 'दिल्ली में कुछ स्थानो पर हिंसा की अफ़वाह फैलाई जा रही है। इस संबंध में दिल्ली के पुलिस आयुक्त से मेरी बात हुई, उन्होंने स्पष्ट किया स्थिति पूरी तरह सामान्य है। कृपया किसी प्रकार की 'अफ़वाह' पर ध्यान न दें।'

हिंसाग्रस्त उत्तर पूर्वी दिल्ली में बोर्ड परीक्षाएं शुरू

सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं उत्तर पूर्वी दिल्ली  के इलाकों में भी शुरू हो गई हैं। सीबीएसई ने रविवार को नोटिस जारी कर ये सूचित किया था कि सोमवार से उत्तर पूर्वी दिल्ली के परीक्षा केंद्रों पर तय शेड्यूल के हिसाब से परीक्षा आयोजित की जाएगी। हालांकि कई स्टूडेंट्स अभी भी परीक्षा में शामिल होने की स्थिति में नहीं है, ऐसे में सीबीएसई उनके लिए दोबारा एग्जाम कराएगा। सीबीएसई ने बताया कि जो छात्र 7 मार्च तक की परीक्षाओं में शामिल नहीं हो सकते उनके लिए बोर्ड बाद में परीक्षाएं कराने को तैयार है। सीबीएसई ने स्कूलों के प्रिंसिपल को ऐसे स्टूडेंट्स की लिस्ट सौंपने को कहा है जो 7 मार्च तक होने वाली परीक्षाओं में शामिल नहीं हो सकते हैं।

श्री श्री रविशंकर ने किया दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा

आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने ब्रह्मपुरी सहित कुछ दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा किया और दिल्ली में तीन दशकों में सबसे बुरी हिंसा से प्रभावित लोगों को सांत्वना दी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "यह देखना बहुत परेशान करने वाला है कि इतने सारे लोग बुरी तरह से प्रभावित हैं। हमें उन्हें आघात से राहत दिलानी है और उन्हें वापस पटरी पर लाना है।"

बैंक-एटीएम सेवाओं में असुविधा, कारोबार पर असर

जाफराबाद के रहने वाले आदिल खान ने कहा कि 23 फरवरी को सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद से यमुना विहार के बी ब्लॉक में स्थित कई बैंक शाखाओं और एटीएम को बंद कर दिया गया था। शिव विहार में एक मोबाइल रिचार्ज दुकान के मालिक मोहम्मद आलम ने कहा कि उनकी दुकान पिछले चार दिनों से बंद है। आलम ने कहा, "बैंक और एटीएम बंद होने से कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लोगों के पास नकदी नहीं है।"

मुस्तफाबाद में रहने वाले कैलाश कुमार ने कहा कि बैंकों और एटीएम के अलावा, किराने की अधिकांश दुकानें बंद हैं, जिसके कारण आवश्यक वस्तुओं की कमी है।

इन इलाकों में हुई थी हिंसा

पूर्वोत्तर दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांद बाग, शिव विहार, भजन पुरा, यमुना विहार और मुस्तफाबाद में हुई हिंसा में कम से कम 46 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक घायल हो गए।

 

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