भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के कुल 505 नए मामले सामने आएं हैं, जबकि 15 लोगों की जान इस वायरस ने ले ली है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अब तक 83 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 3577 हो गई है।स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल की तरफ से दी गई जानकारी में कहा गया कि तब्लीगी जमात मामले के बाद कोविड-19 मामले 4.1 दिन में हुए दोगुने हुए है, नहीं तो यह 7.4 दिन में होता। इससे पहले शनिवार को दी गई जानकारी में उन्होंने कहा था कि देश में कोविड-19 के कुल मामलों में से लगभग 30 प्रतिशत मामले तब्लीगी जमात घटना से जुड़े हुए हैं।
कई जिलों के डीएम से की गई बात
उन्होंने कहा कि कई जिलों के डीएम से इस मामले पर बात की गई है। कोरोना के अब तक 267 लोग ठीक हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सार्वजनिक स्थान पर थूकने से कोरोना वायरस के फैलने की आशंका जताई है। हालांकि, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के मुताबिक कोरोना हवा में फैलने वाला संक्रमण नहीं है।
पीपीई का किया जा रहा है आयात
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा की देश में शुरुआत के दिनों में पीपीई की कमी थी। इसलिए इसका आयात जनवरी से किया जा रहा है। वहीं, घरेलू निर्माताओं ने भी उत्पादन शुरू कर दिया है। हमने उन देशों से पीपीई की खरीद शुरू कर दी है जहां यह उपलब्ध है।
आयुष्मान योजना के तहत होगा इलाज
संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत कोरोना का फ्री टेस्ट और इलाज किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में लॉकडाउन में छूट दी गई है।
27,661 राहत शिविर किए गए स्थापित
वहीं, गृह मंत्रालय की तरफ से जानकारी देते हुए संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि अब तक पूरे भारत में 27,661 राहत शिविर और आश्रय स्थापित किए गए हैं. जिसमें से 23,924 सरकार द्वारा और 3,737 गैर-सरकारी संगठनों द्वारा बनाए गए हैं। इन शिविरों में 12.5 लाख लोगों ने शरण ले रखी हैं। 19,460 खाद्य शिविर भी लगाए गए हैं। जिसमें से 9,951 सरकार की तरफ से और 9,509 गैर-सरकारी संगठनों द्वारा मुहैय्या कराया जा रहा है। इससे करीब 75 लाख लोगों को भोजन मुहैय्या कराया जा रहा है।