चुनाव वाले पांच राज्यों में कोविड -19 की स्थिति का आकलन करने के कुछ दिनों बाद, चुनाव आयोग (ईसी) ने मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर कोरोना टीकाकरण की गति को तेज करने को कहा है। इसके साथ ही उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि चुनाव ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी हों।
भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को चुनाव वाले पांच राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है। चुनाव वाले राज्यों की तैयारियों का आकलन करने के लिए चुनाव आयोग ने हाल ही में पंजाब, उत्तर प्रदेश, मणिपुर और गोवा का दौरा भी किया था।
सूत्रों ने पत्र का हवाला देते हुए कहा कि आयोग ने कहा है कि इन राज्यों में तैनात किए जाने वाले मतदान कर्मियों को पूरी तरह से टीका लगाया जाना चाहिए और टीकों की दूसरी खुराक के लिए पात्र लोगों को प्राथमिकता के आधार पर काम दिया जाना चाहिए। जबकि उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल मई में समाप्त होता है, गोवा, मणिपुर और पंजाब की विधानसभाओं का कार्यकाल मार्च में अलग-अलग तिथियों पर खत्म होगा।
कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बाद भी पांच राज्यों के चुनाव तय कार्यक्रम के अनुसार होने की उम्मीद है। राजनीतिक दल संबंधित राज्यों में आक्रामक रप से प्राचर कर रहे हैं। रैलियों और जनसभाओं में कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की आशंका के मद्देनजर भी भारी भीड़ देखी गई है।
बता दें कि चुनाव आयोग ने भूषण के साथ 27 दिसंबर को पांच राज्यों में कोविड की स्थिति का आकलन किया था और सरकार से इन राज्यों में टीकाकरण कार्यक्रम में तेजी लाने को कहा था। इस दौरान यह माना गया था कि उत्तर प्रदेश, पंजाब और मणिपुर में टीकों की पहली खुराक प्राप्त करने वालों का प्रतिशत अभी भी कम था, जबकि उत्तराखंड और गोवा में यह 100 प्रतिशत के करीब था।
पोल पैनल ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव को इन पांच राज्यों में पात्र लोगों को वैक्सीन की दूसरी खुराक के प्रशासन में तेजी लाने के लिए भी कहा था।