आभूषण डिजाइनर नीरव मोदी और कुछ अन्य के खिलाफ 280 करोड़ रुपये की मनी लांडरिंग के आरोपों की जांच के सिलसिले में आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश में कई जगह छापेमारी की। यह कार्रवाई पंजाब नेशनल बैंक की शिकायत के आधार पर की जा रही है। वहीं सीबीआई ने नीरव मोदी के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि तड़के शुरू हुई कार्रवाई में मुंबई, गुजरात और दिल्ली में कम से कम दस जगह छापे डाले गए।
प्रवर्तन निदशालय के अधिकारियों ने जिन जगहों पर यह कार्रवाई की, उनमें मोदी का मुंबई के कुरला इलाके का घर, काला घोड़ा इलाके की डिजाइनर आभूषणों की दुकान, बांद्रा और लोअर परेल इलाके में कंपनी के तीन ठिकाने, गुजरात के सूरत में तीन ठिकाने और दिल्ली के डिफेंस कालोनी और चाणक्यपुरी इलाके में मोदी के शो-रूम शामिल हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने मामले में सीबीआई में इस माह के शुरू में दर्ज एक प्राथमिकी (एफआईआर) के आधार पर मनी लांडरिंग निरोधक अधिनिमय (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया है।
समझा जाता है कि ईडी ने पीएनबी की ओर से मोदी और अन्य के खिलाफ प्रस्तुत की गयी शिकायातों पर भी गौर किया है।
सीबीआई ने नीरव मोदी, उसकी पत्नी और उसके एक भागीदार को बैंक के साथ 2017 में 280.70 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में नामजद किया है।
प्रवर्तन निदेशालय की टीमों ने नीरव मोदी के भाई निशाल, पत्नी अमी और मेहुल चीनूभाई चोकसी तथा दो नामजद बैंक अधिकारी गोकुलनाथ शेट्टी और मनोज खराट के घरों पर भी तलाशी की। निशाल, अमी और मेहुल ये सभी डायमंड आर यूएस, सोलार एक्सपोर्ट्स और स्टेलर डामंड्स में भागीदार है। शेट्टी सेवानिवृत्त हो चुका है।
सीबीआई की प्राथमिकी में कहा गया है कि इन सरकारी (बैंक) अधिकारियों ने उपरोक्त फर्मों को धन का लाभ पहुंचाने के लिए अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया जिससे 2017 में पंजाब नेशनल बैंक को 280.70 करोड़ रुपये का गलत तरीके से नुकसान हुआ।
बैंक ने यह भी शिकायत की है कि उसके यहां से धोखाधड़ी कर के आरोपी इकाइयों के पक्ष में या उनकी ओर से 16 जनवरी 2018 को कुछ साख-पत्र जारी किए गए। इन इकाइयों ने बैंक की मुंबई स्थित संबंधित शाखा को आयात संबंधी कुछ दस्तावेज दिए थे और आवेदन किया था कि माल भेजने वाली विदेशी इकाइयों के भुगतान के लिए क्रेता की ओर से साख पत्र जारी कर दिए जाएं।
सीबीआई को कल पीएनबी की ओर से दो और शिकायतें मिलीं। इनमें बैंक ने अब कहा है कि नीरव मोदी और एक आभूषण कंपनी ने उसके साथ सौदों में 11,400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है।
कौन हैं नीरव मोदी?
ज्वैलरी की दुनिया खासकर हीरा कारोबार में मशहूर नाम नीरव मोदी मूल रूप से गुजरात के रहने वाले हैं। उनके पिता हीरे के व्यापार से जुड़े थे और इसे ही नीरव मोदी ने आगे बढ़ाया।
अपने ही नाम से उनका खुद का ज्वैलरी ब्रांड भी है। नीरव को शोहरत तब मिली, जब क्रिस्टी ज्वैलरी ऑक्शन (2010) में नीरव मोदी की कंपनी फायर स्टार डायमंड का गोलकुंडा नेकलेस 16.29 करोड़ रुपए में बिका और नीरव के ब्रांड को ग्लोबल पहचान मिली। उनके एक और हीरे के हार ने तहलका तब मचाया जब उसकी कीमत 50 करोड़ रुपए लगाई गई।
नीरव मोदी ने अपने ही नाम से 25 बड़े लग्जरी स्टोर दिल्ली से हांगकांग और मुंबई से लेकर न्यूयॉर्क तक खोले हैं। 2016 की फोर्ब्स की सूची के मुताबिक, 11, 237 करोड़ की संपत्ति के मालिक नीरव देश के सबसे रईस लोगों की गिनती में 46वें पायदान पर खड़े हैं।
नीरव पढ़ाई के लिए व्हॉटर्न स्कूल (यूएस) गए थे। 1990 में उनके मामा ने 19 साल की उम्र में मुंबई बुलाया। यहां नीरव ने हीरे के व्यापार की समझ विकसित की। नीरव ने पढ़ाई छोड़ दी औऱ गीतांजलि ग्रुप में ज्वैलरी बनाने और मार्केटिंग के नुस्खे सीखे।
बाद में नीरव ने फायर स्टार डायमंड नाम की कंपनी बनाई। इसके बाद दुनिया भर की खदानों से उन्होंने हीरे जुटाने शुरू किए और रेयर डायमंड के बड़े कारोबारी बन गए।