जम्मू क्षेत्र में कहीं से भी रातभर सीमा पार से गोलाबारी या ड्रोन गतिविधि की कोई खबर नहीं आई। भारत और पाकिस्तान के बीच सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनने के बाद बंदूकें शांत हो गई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सीमा पर, विशेषकर नियंत्रण रेखा पर, सबसे अधिक प्रभावित सीमावर्ती जिलों पुंछ और राजौरी में, पूरी रात असहज शांति बनी रही।
उन्होंने कहा कि कहीं से भी संघर्ष विराम उल्लंघन या ड्रोन गतिविधि की कोई सूचना नहीं मिली, जिससे लोगों को राहत मिली और वे शांतिपूर्ण माहौल में उठे तथा आज सुबह सामान्य गतिविधियां शुरू कीं।
7 मई से पाकिस्तान की ओर से भारी गोलाबारी और ड्रोन हमलों में पांच सुरक्षाकर्मियों सहित कम से कम 27 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पड़ोसी देश में आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के बाद किया गया था। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।
10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद तत्काल प्रभाव से जमीन, हवा और समुद्र पर सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी थी।
पिछले तीन दिनों में जम्मू शहर और अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे इलाकों सहित अन्य प्रमुख कस्बों में भी श्रृंखलाबद्ध विस्फोट हुए।