पिछले करीब एक महीने से अपनी मागों को लेकर राजधानी दिल्ली कूच करने को लेकर किसान हरियाणा बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसान आज चार घंटे तक देशभर में ट्रेनें रोकेंगे। किसानों ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह एमएसपी को लेकर गंभीर नहीं हैं। सरकार के साथ अब तक की बैठक और अपनी मांगों को लेकर उन्होंने अपनी बातें रखी हैं।
इस आंदोलन को लेकर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा है कि आज हम किसान आंदोलन के तहत ही देश भर में रेल रोको आंदोलन शुरू करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये रोल रोको आंदोलन फिलहाल आंशिक रहेगा। अर्थात सिर्फ चार घंटे के लिए ही ट्रेनों को किसानों के द्वारा रोका जाएगा। उन्होंने अपील करते हुए कहा है कि लोग इन चार घंटों के दौरान रेल से यात्रा करने से बचें।
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'आज देश भर में रोल रोको आंदोलन होगा। ये आंदोलन 13 फरवरी से पंजाब-हरियाणा की सीमा पर चल रहा है। इसी आंदोलन के तहत हमने आज देशभर में 'रेल रोको' का आह्वान किया है। हम देश के सभी किसानों, मजदूरों और आम लोगों से आग्रह करते हैं कि वे अपनी मांगे मनवाने के लिए बड़ी संख्या में आज 'रेल रोको' आंदोलन में हमारा समर्थन करें। हम उन लोगों से भी आग्रह करते हैं, जो आज दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच ट्रेन यात्रा करना चाहते हैं, वे आज 4 घंटे तक ऐसा न करें, रेलों की ओर ना जाएंगे।'
आगे उन्होंने कहा कि 'आज लोगों को थोड़ी असुविधा का सामना करना पड़ सकता है। यह आंशिक 'रेल रोको' है। आप देखें तो हमारी इतनी बड़ी आबादी, देश की 65 प्रतिशत आबादी किसानों की है। खेत मजदूर जोड़ लें तो ये 80 प्रतिशत है। अगर खेती सेक्टर कार्पोरेट घराने ले गए तो इसका नुकसान बहुत ज्यादा होगा।' बता दें कि किसानों का रेल रोको आंदोलन आज दोपहर 12 बजे से शुरू होगा जो शाम 4 बजे तक चलेगा। इस दौरान देश भर में किसान ट्रेनों को रोकने की तैयारी में हैं।
<blockquote class="twitter-tweet" data-media-max-width="560"><p lang="hi" dir="ltr"><a href="https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#WATCH</a> किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, "13 फरवरी को पंजाब-हरियाणा सीमा पर शुरू हुए आंदोलन के तहत हमने आज देशभर में 'रेल रोको' का आह्वान किया है। हम देश के सभी किसानों, मजदूरों और आम लोगों से आग्रह करते हैं कि वे बड़ी संख्या में आज 'रेल रोको' में हमारा समर्थन करें। हम उन लोगों… <a href="https://t.co/Gn0LTVlVts">pic.twitter.com/Gn0LTVlVts</a></p>— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href="https://twitter.com/AHindinews/status/1766646435326374157?ref_src=twsrc%5Etfw">March 10, 2024</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
किसान नेताओं ने यह भी घोषणा की कि यह रेल रोको आंदोलन शांतिपूर्वक होगा और ट्रेनों को केवल रेलवे स्टेशनों और रेलवे क्रॉसिंग के पास ही रोका जाएगा। किसान नेताओं का आरोप है कि एक तरफ केंद्र सरकार आत्मनिर्भर भारत व स्वदेशी का नारा देती है, दूसरी तरफ एक लाख 41 हजार करोड़ के खाद्य तेल व 29 लाख टन दालें आयात करती है।
अगर तिलहन और दलहन पर देश में ही एमएसपी मिलने लगे तो इससे किसानों के साथ-साथ देश को भी लाभ होगा। बता दें कि राज्य में कुल 62,600 हेक्टेयर में दलहन की खेती होती है। इससे 76,000 टन दलहन की पैदावार होती है। इसी तरह तिलहन 49,500 हैक्टेयर है तिलहन की खेती होती है और 75,300 टन पैदावार होती है।