मॉब लिंचिंग और गौरक्षकों के द्वारा अल्पसंख्यकों निशाना बनाए जाने की घटनाओं के बीच उपराष्ट्रपति ने यह टिप्पणी की है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक उपराष्ट्रपति ने कहा है, ‘’ये अनुमान सही है कि देश के मुस्लिम समुदाय में आज 'बेचैनी का अहसास’ और 'असुरक्षा की भावना' है। देश के अलग-अलग हिस्सों में मुझे ऐसी बातें सुनने को मिलती हैं। भारत का समाज सदियों से बहुलतावादी रहा है, लेकिन सबके लिए स्वीकार्यता का ये वातावरण अब खतरे में है। लोगों की भारतीयता पर सवाल खड़े करने की प्रवृत्ति भी बहुत चिंताजनक है।’’
उन्होंने राज्यसभा टीवी पर दिए गए एक इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने अपनी चिंताओं से प्रधानमंत्री को अगवत कराया है। अन्य केंद्रीय मंत्रियों के सामने भी उन्होंने इस मसले को उठाया है। उन्होंने असहनशीलता का मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट सहयोगियों के सामने उठाया है।
भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार डालने की घटनाओं आदि पर उन्होंने कहा कि यह भारतीय मूल्यों का बेहद कमजोर हो जाना है। सामान्य तौर पर कानून लागू करा पाने में विभिन्न स्तरों पर अधिकारियों की योग्यता का चरमरा जाना है। इससे भी ज्यादा परेशान करने वाली बात किसी नागरिक की भारतीयता पर सवाल उठाया जाना है।
गौरतलब है कि उप-राष्ट्रपति के तौर पर 80 साल के अंसारी का दूसरा कार्यकाल आज यानी गुरूवार को पूरा हो रहा है