पूरे देश में शुरू हो रहे इस अभियान के तहत जिन राज्यों में भाजपा की सरकार हैं वहां इसे वृहद रूप से आयोजित किया जा रहा है और जहां भाजपा की सरकार नहीं है वहां पार्टी के कार्यकर्ता इस अभियान को बढ़ाएंगे। दस दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में गांव की समस्या और उसके लिए किए जा रहे कार्य पर फोकस किया जाएगा। मध्य प्रदेश सरकार इस अभियान के साथ ही गांवों के समग्र विकास के लिए 45 दिन के अभियान की रूपरेखा बना रखी है। इस अभियान के तहत अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य कमजोर वर्ग को जागरूक किया जाएगा। अभियान के दौरान ग्रामीण इलाकों में सरकार की योजनाओं के बारे में भी विस्तर से जानकारी दी जाएगी।
इसके लिए भाजपाशासित राज्यों सहित पार्टी की सभी राज्य इकाइयों ने विशेष प्रबंध कर रखा है। उत्तर प्रदेश में भी पार्टी इकाई ने इस अभियान के तहत राज्य के प्रत्येक गांव में 15 से 20 युवाओं को जोड़ने की मुहिम भी शुरू करेगी। पार्टी नेताओं का मानना है कि जब तक गांव का विकास नहीं होगा तब तक देश के विकास की बात करना बेमानी होगी। इसलिए प्रधानमंत्री ने इस अभियान को विशेष तौर पर शुरू करने की पहल की है। इस अभियान के तहत सामाजिक सौहार्द, ग्राम किसान सभा और ग्राम किसान मीटिंग का आयोजन किया जाएगा।