केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने आज कहा कि केरल में ओणम के दौरान बरती गयी लापरवाही के कारण राज्य में कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े और अन्य राज्यों को इससे सबक लेकर आगामी त्योहारों के दौरान अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।
डॉ. हर्षवर्धन ने आज संडे संवाद में बताया कि 30 जनवरी से तीन मई के बीच केरल में कोरोना वायरस के संक्रमण के मात्र 499 मामले रिपोर्ट हुये थे और संक्रमण के कारण दो मरीजों की मौत हुई थी। उस वक्त संक्रमण के अधिकतर मामले कासरगोड और कन्नूर जिले के थे। इसके बाद पर्यटन तथा व्यापार के कारण राज्य में और राज्य के बाहर लोगों की आवाजाही बढ़ने से कोरोना संक्रमण के मामले अन्य जिलों में भी बढ़ने लगे।
उन्होंने कहा कि ओणम त्योहार के कारण अगस्त और सितंबर में केरल में कोरोना संक्रमण के मामले और तेजी से बढ़े। ओणम त्योहार 22 अगस्त से दो सिंतबर तक रहा और इस दौरान पूरे राज्य में लोग जगह-जगह बड़ी संख्या में जमा हुये और उन्होंने कोविड-19 अनुकूल व्यवहार का समुचित रूप से पालन नहीं किया। केरल में सितंबर के पहले सप्ताह के दौरान कोरोना संक्रमण के करीब 2,000 नये मामलों की पुष्टि हर दिन हो रही थी लेकिन बाद में यहां हर दिन 7,000 से 8,000 नये मामले प्रतिदिन सामने आने लगे।
डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि शुरुआत में केरल ने कोरोना संक्रमण पर अच्छी तरह काबू पाया लेकिन बाद में लापरवाही के कारण केरल में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े और मामला गंभीर हो गया। इससे अन्य राज्यों को सीख लेनी चाहिए कि किस तरह ओणम के दौरान लापरवाही करने से वहां संक्रमण के मामले बढ़े। राज्याें को आगामी त्योहारों के दौरान अधिक सावधानी बरतनी चाहिए और कोविड-19 अनुकूल व्यवहार का पालन करना चाहिए। त्योहाराें के दौरान लापरवाही बरतने से पूरे देश में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं। इस पूरे साल यानी आगामी तीन माह के दौरान अधिक सर्तकता बरतने की जरूरत है।