प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने देश में चल रहे सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान के बारे में कहा "इतनी बड़ी संख्या में भारत सरकार की तरफ से मुफ़्त वैक्सीनेश और वो भी एक दिन में ! स्वाभाविक है, इसकी चर्चा खूब हुई है।" एक ग्रामीण से बात कर उन्होने बताया कि मैने और मेरी मां ने दोनों डोज लगवा ली है कभी-कभी किसी को इससे बुखार वगैरह आता है, पर वो बहुत मामूली होता है, कुछ घंटो के लिए ही होता है । देखिए वैक्सीन नहीं लेना बहुत ख़तरनाक हो सकता है। उन्होने ग्रामीण से कहा कि आप सब जल्द से जल्द वैक्सीन लगाईए। गांव में सबको बताइये कि भारत सरकार की तरफ से मुफ़्त वैक्सीन दी जा रही है और 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों के लिए यह मुफ़्त वैक्सीनेशन है ।
पीएम ने कहा कि कभी-ना-कभी ये विश्व के लिए केस स्टडी का विषय बनेगा कि भारत के गांव के लोगों, हमारे वनवासी-आदिवासी भाई-बहनों ने इस कोरोना काल में किस तरह अपने सामर्थ्य और सूझबूझ का परिचय दिया। गांव के लोगों ने क्वारंटीन सेंटर बनाए, स्थानीय जरूरतों को देखते हुए कोविड प्रोटोकॉल बनाए।
जल सरंक्षण को लेकर पीएन ने कहा कि हमारे देश में अब मानसून का सीजन भी आ गया है। बादल जब बरसते हैं तो केवल हमारे लिए ही नहीं बरसते बल्कि बादल आने वाली पीढ़ियों के लिए भी बरसते हैं। बारिश का पानी जमीन में जाकर इकठ्ठा होता है,जमीन के जलस्तर को भी सुधारता है इसलिए मैं जल सरंक्षण को देश सेवा का एक ही रूप मानता हूं।
इस बार पीएम ने मन की बात को रोचक अंदाम में शुरू किया । उन्होंने कहा कि अक्सर ‘मन की बात’ में, आपके प्रश्नों की बौछार रहती है । इस बार मैंने सोचा कि कुछ अलग किया जाए, मैं आपसे प्रश्न करूँ ।" उन्होने ओकंपिक गेम्स को लेकर जनता से प्रश्न किए उसके बाद बताया कि कुछ दिन पहले कोरोना ने प्रसिद्ध एथलीट मिल्खा सिंह को हमसे छीन लिया। जब वे अस्पताल में थे, तो मुझे उनसे बात करने का अवसर मिला था। बात करते हुए मैंने उनसे आग्रह किया था कि आपने तो 1964 में टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था इसलिए इस बार जब हमारे खिलाड़ी ओलंपिक के लिए टोक्यो जा रहे हैं तो आपको हमारे एथलीट का मनोबल बढ़ाना है।
प्रधानमंत्री ने मन की बात में कहा कि एक साल पहले सबके समाने सवाल था कि वैक्सीन कब आएगी? आज हम एक दिन में लाखों लोगों को मेड इन इंडिया वैक्सीन मुफ्त में लगा रहे हैं। यही तो नए भारत की नई ताकत है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि टोक्यो जा रहे हर खिलाड़ी का अपना संघर्ष रहा है, बरसों की मेहनत रही है। वो सिर्फ अपने लिए ही नहीं जा रहे हैं बल्कि देश के लिए जा रहे हैं। इन खिलाडियों को भारत का गौरव भी बढ़ाना है और लोगों का दिल भी जीतना है।
डॉक्टरों के साथ सहानुभुति व्यक्त करने हुए पीएम मोदी ने कहा कि 1 जुलाई को हम राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाएंगे। ये दिन देश के महान चिकित्सक और स्टेट्समैन डॉक्टर बीसी राय की जन्म-जयंती को समर्पित है। कोरोना-काल में डॉक्टरों के योगदान के हम सब आभारी हैं। हमारे डॉक्टर्स ने अपनी जान की परवाह न करते हुए हमारी सेवा की है। इसलिए इस बार राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस और भी ख़ास हो जाता है । डॉक्टर्स, प्रेम की शक्ति से ही हमारी सेवा कर पाते हैं इसलिए, हमारा ये दायित्व है कि हम उतने ही प्रेम से उनका धन्यवाद करें, उनका हौसला बढ़ाएँ ।"
पीएम ने डॉक्टरों के साथ सीए पर भी बात कर उन्होने अपने कार्यक्रम में कहा कि अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए चार्टर्ड अकाउंटेंट बहुत अच्छी और सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं । मैं सभी चार्टर्ड अकाउंटेंट उनके परिवार के सदस्यों को अपनी शुभकामनाएं देता हूँ । मैंने कुछ वर्ष पहले देश के चार्टर्ड अकाउंटेंट से, ग्लोबल लेवल की भारतीय ऑडिट फर्म्स का उपहार माँगा था । आज मैं उन्हें इसकी याद दिलाना चाहता हूँ ।