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राम न बन सकें तो कम से कम जटायु की भूमिका निभाएंः मोदी

लखनऊ के ऐशबाग मैदान में दशहरे के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता को संदेश दिया है कि अनाचार, अत्याचार रूपी रावण को खत्म करने के लिए लोगों को अपने अंदर बदलाव लाने की जरूरत है। उन्होंने रामायण में जटायु का जिक्र करते हुए कहा कि सीता हरण के दौरान रावण से संघर्ष कर अपने प्राण गंवाने वाला जटायु आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का पहला योद्धा था।
राम न बन सकें तो कम से कम जटायु की भूमिका निभाएंः मोदी

लोगों को समझना होगा कि भले ही वो राम न बन पाएं मगर कम से कम जटायु की तरह संघर्ष करने का प्रयास उन्हें करना ही चाहिए। प्रधानमंत्री ने ऐशबाग मैदान में मौजूद भीड़ को संबोधित करते हुए रावण के कृत्य को आज के आतंकवाद से जोड़ा और कहा कि आतंकवाद पूरी मानवता का दुश्मन है। पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के साथ खड़ी है।

इससे पहले शाम करीब साढे पांच बजें प्रधानमंत्री ऐतिहासिक ऐशबाग रामलीला मैदान के दशहरा मेला में शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश की राजधानी पहुंचे। प्रधानमंत्री वायुसेना के विमान से अमौसी हवाई अड्डे पहुंचे जहां केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनकी अगवानी की। वहां से प्रधानमंत्री का काफिला ऐशबाग के लिए रवाना हो गया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूरे रास्ते को केसरिया झंडों से पाट दिया था। जगह-जगह होर्डिंग और पोस्टर भी लगाए गए थे।

ऐशबाग रामलीला मैदान छोटा होने की वजह से सीमित संख्या में लोगों के प्रवेश की व्यवस्था थी। दर्जन भर एलसीडी वैन और मैदान के आसपास की जगहों पर तीन दर्जन से अधिक एलसीडी स्क्रीन लगाए गए थे ताकि लोग प्रधानमंत्री के उद्बोधन को सीधे देख सके। इस मौके पर राजनाथ सिंह, राज्यपाल नाईक, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं लखनऊ के मेयर डा दिनेश शर्मा मौजूद थे। मैदान में पहुंचने पर प्रधानमंत्री को पारंपरिक गदा, रामचरितमानस की प्रति, कवच, तीर धनुष, सुदर्शन चक्र भेंट किया गया। (एजेंसी इनपुट)

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