निजामुद्दीन तब्लीगी जमात मामले में शामिल पाए गए 960 विदेशियों के वीजा को गृह मंत्रालय ने ब्लैकलिस्ट कर दिया है। ये सभी लोग पर्यटक वीजा पर भारत आए थे। साथ ही मंत्रालय ने सभी का पर्यटक वीजा रद्द भी कर दिया है। अब ये कभी भी भारत नहीं आ पाएंगे। मंत्रालय के मुताबिक इनलोगों ने धार्मिक गतिविधि में शामिल होकर वीजा नियमों का उल्लंघन किया, जिसके बाद सरकार की तरफ से यह कम उठाया गया है। साथ ही एमएचए ने दिल्ली पुलिस सरीखे अन्य राज्यों के डीजीपी को निर्देश दिया है कि निजामुद्दीन मरकज मामले में शामिल सभी 960 विदेशियों के खिलाफ विदेशी अधिनियम 1946 और आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अधीन आवश्यक कानूनी कार्रवाई करें।
अब भारत कभी नहीं आ पाएंगे
केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी के मुताबिक ये सभी लोग पर्यटक वीजा पर आए थे, लेकिन निजामुद्दीन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इन लोगों ने वीजा सूची के नियमों का उल्लंघन किया गया है। क्योंकि, पर्यटक वीजा धारक धार्मिक समारोह में शामिल नहीं हो सकते है। गृह मंत्रालय की काली सूची में डाल दिए जाने के बाद ये सभी भविष्य में कभी भी भारत नहीं आ पाएंगे।
9 हजार लोगों को किया गया क्वारंटाइन
देशभर में तब्लीगी जमात के सदस्यों सहित उनके संपर्क में आए करीब 9 हजार लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। दिल्ली में तब्लीगी जमात के करीब 2 हजार सदस्यों में से 1,804 को क्वारंटाइन किया गया है जबकि 334 लोगों को अस्पतालों मे भर्ती कराया गया है। यह जानकारी गुरुवार को गृहमंत्रालय की तरफ से दी गई।