पुलवामा हमले का जवाब देते हुए भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। भारतीय वायुसेना ने मंगलवार को करीब 12 मिराज 2000 विमानों का इस्तेमाल करते हुए पाक अधिकृत कश्मीर में मौजूद आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। भारत सरकार ने आतंकियों के खिलाफ इस कार्रवाई की पुष्टि की है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मंगलवार सुबह 3.30 बजे मिराज-2000 लड़ाकू विमानों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में घुसकर आतंकी गुटों पर कार्रवाई की। 12 मिराज विमानों ने 1000 किलो बम बरसाए। बताया जा रहा है कि इस हमले में आतंकियों के कई ठिकाने और लॉन्च पैड तबाह हो गए।
इन जगहों पर गिराए बम
बालाकोट, चकोटी, मुजफ्फराबाद में जैश के ठिकाने तबाह कर दिए गए। बालाकोट पाकिस्तान के प्रांत खैबर पख्तूनख्वाह में स्थित है। जहां हमला किया गया, वह जगह एलओसी से करीब 50 किलोमीटर दूर है।
पाकिस्तानी सेना ने जारी कीं तस्वीरें, लगाया घुसपैठ का आरोप
भारत पर सीमा के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने एक ट्वीट किया है कि भारतीय वायुसेना ने मुजफ्फराबाद सेक्टर से घुसपैठ की कोशिश की थी। उन्होंने आगे लिखा है कि पाकिस्तानी सेना द्वारा ठीक समय पर प्रभावी जवाब दिया गया। गफूर ने दावा किया कि पाकिस्तान वायु सेना की ओर से प्रभावी प्रतिक्रिया देख भारतीय वायुसेना ने पेलोड छोड़ा। हालांकि, इसमें कोई हताहत या नुकसान नहीं हुआ। इससे जुड़ी तस्वीरें भी पाकिस्तानी सेना द्वारा जारी की गई हैं।
Payload of hastily escaping Indian aircrafts fell in open. pic.twitter.com/8drYtNGMsm
— Maj Gen Asif Ghafoor (@OfficialDGISPR) February 26, 2019
अगर सच तो ये बड़ी कार्रवाई: उमर अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा कि यदि ये बात सच है तो ये बहुत बड़ी कार्रवाई है। लेकिन हमें इस पर भारत सरकार के आधिकारिक बयान का इंतजार करना चाहिए। उन्होंने लिखा कि अभी ये देखना होगा पाकिस्तान इस कार्रवाई का किस तरह जवाब देता है।
पुलवामा हमले के बाद बड़ी कार्रवाई
14 फरवरी को हुए पुलवामा फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। जैश-ए-मोहम्मद ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। इसके बाद भारत सरकार ने आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही थी। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि पुलवामा आतंकी हमला के साजिशकर्ताओं को छोड़ा नहीं जाएगा और सेना अपने हिसाब से कार्रवाई करेगी।