तीन दशक से भारत में असमानता लगातार बढ़ रही है। परिणामस्वरूप अरबपतियों की संपत्ति जीडीपी के 15 फीसदी तक पहुंच गई। जबकि 5 साल पहले उनके पास जीडीपी के 10 फीसदी के बराबर संपत्ति थी।
गुरुवार को जारी ऑक्सफैम इंडिया की ‘इंडिया इनइक्वलिटी रिपोर्ट 2018’ में इस बात का खुलासा हुआ है।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने इस रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि भारत की जीडीपी 2.6 लाख करोड़ डॉलर यानी करीब 168 लाख करोड़ रुपए है। 2017 में यहां अरबपतियों की संख्या (6,500 करोड़ से ज्यादा नेटवर्थ वाले) 101 थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत दुनिया के सबसे असमान देशों में है। यहां असमानता का पैमाना कमाई, खर्च और संपत्ति है।
इसमें समाधान देते हुए कहा गया है कि इसे रोकने के लिए ज्यादा कमाई वालों पर ज्यादा टैक्स लगाया जाए। संपत्ति कर दोबारा लागू हो और विरासत में मिली संपत्ति पर भी कर लगे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत उन देशों की कतार में खड़ा है जहां असमानता सबसे ज्यादा है। इसके पीछे आय में असमानता, स्वास्थ्य और कई और वजह जिम्मेदार हैं। रिपोर्ट में कहा है कि सरकारों ने इस तरह की नीतियां बनाई जिसका लाभ श्रमिक वर्ग को न मिलकर उद्योगपतियों को मिला।