अमेरिका और भारत के बीच हवाईजहाज विकसित करने की तकनीक में साझा योगदान करने की समझदारी लगातार बढ़ रही है। इसके लिए पिछले दिनों भारत में एयरक्राफ्ट करिअर टेक्नोलॉजी कोऑपरेशन के लिए बने ज्वाइंट वर्किंग ग्रुप (जेड्लूजीएसीटीसी) की बैठक हुई। इस बैठक में अमेरिका से आए सदस्यों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और भारत में चल रहे तकनीकी प्रयोगों का जायजा लिया।
इस संयुक्त दल में गोवा, बंगलूरू और कोच्चि का दौरा किया। इस दल का नेतृत्व अमेरिका के नेवी के एडमिरल थॉमस ने किया, जो एयरक्राफ्ट कैरियर्स के प्रोग्राम एग्जीक्यूटिव निदेशक हैं। यह संयुक्त दल गोवा में शॉर बेसड टेस्ट फैक्लटी, बंगलूरू में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और कोच्चि में कोचिन शिपयॉर्ड लिमिटेड और कोच्चि में निर्माणाधीन घरेलू एयरक्राफ्ट करिअर का दौरा किया। इस दौरे के दौरान भारत में किस तरह से ऑपरेटिंग सिस्टम काम कर रहा है और उसे सुधारने की तैयारी कैसी चल रही है, इसका जायजा लिया गया। इसके बाद दिल्ली में बैठक हुई जिसमें भारत की तरफ से जीएस पैब्बी ने तेजी से बढ़ रहे मिशन के बारे में बताया। इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच कैसे और अधिक साझेदारी हो सकती है, इस पर भी चर्चा हुई।