विवो कंपनी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के टाइटल प्रायोजकों के रूप में अभी दूर है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अपने राजस्व के लिए घरेलू आयोजकों को आईपीएल में नए ब्रांड के तौर पर शामिल कर रहा है। विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक बीसीसीआई एक ऑनलाइन ट्रेडिंग और वेल्थ मैनेजमेंट कंपनी जीओडब्ल्यूडब्ल्यू के साथ करार करने से बस कुछ कदम पीछे है।
जीओडब्ल्यूडब्ल्यू आईपीएल की पांचवां पार्ट्नर होगा और इसने बीसीसीआई को तीन साल (2021-2023) के लिए 140 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है। आईपीएल में पहले से ही चार कंपनियां साझेदार हैं। इसमें अनएकेडमी, ड्रीम-11, सीआरईडी और टाटा मोटर्स है। एक और छठे पार्टनर के तौर पर जोड़े जाने की संभावना है। बीते साल भारत और चीन के बीच लद्दाख के गलवान घाटी में उपजे तनाव के बाद विवो आईपीएल के टाइटल प्रायोजकों के रूप में अस्थायी तौर से पीछे हो गया था। जिसके बाद बीसीसीआई ने अपने राजस्व के नुकसान से बचने के लिए इन प्रायोजकों को जोड़ा था।
क्रिकेट प्लेटफ़ॉर्म ड्रीम 11 ने आईपीएल 2020 के टाइटल प्रायोजकों के रूप में कदम रखा था लेकिन इसकी 222 करोड़ रुपये की डील विवो की डील की लगभग आधी थी। क्योंकि, विवो ने क्रिकेट बोर्ड के साथ पांच साल के भुगतान करने के लिए 440 करोड़ निर्धारित की थी। विवो चीनी मोबाइल फोन निर्माता कंपनी है। 18 फरवरी को आईपीएल 2021 की नीलामी के दिन, आईपीएल के अध्यक्ष बृजेश पटेल ने घोषणा की थी कि विवो आईपीएल टाइटल प्रायोजकों के रूप में जारी रहेगा लेकिन, भीतरी सूत्रों का कहना है कि विवो अभी भी किसी भी कंपनी को अपनी स्पॉन्सरशिप 'असाइन' करना चाहता है जिसने प्रस्ताव दिया। ये या तो मेल खा रहा हो या जहां कंपनी का नुकसान कम से कम हो।