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आईएस इस्लाम पर कब्जा नहीं कर सकता - मौलाना महमूद मदनी

‘ इस्लाम की खासियत है कि वह कट्टर नहीं हो सकता है। जमीअत-उलमा-ए-हिंद उसी इस्लाम का प्रतिनिधत्व करती है। जो कट्टर है वह इस्लाम नहीं है।‘ दिल्ली में आयोजित ईद मिलन समारोह के दौरान यह बात जमीअत-उलमा-ए-हिंद के सचिव मौलाना महमूद मदनी ने कही। उन्होंने कहा कि पावन रमजान के बाद इनाम का दिन आता है और वह दिन ईद का होता है।
आईएस इस्लाम पर कब्जा नहीं कर सकता - मौलाना महमूद मदनी

 

मौलाना महमूद मदनी ने कहा ‘इस समय कुछ खास किस्म के लोगों को इस्लाम का प्रतिनिधि बनाकर पेश किया जा रहा है। मेरा कहना है कि आज इस्लाम के नाम पर किसी का कत्ल, किसी पर अत्याचार, किसी को सताना सब हो रहा है, यह कुछ भी हो सकता है लेकिन इस्लाम नहीं हो सकता। यह सब इस्लाम के नाम पर हो रहा है यह बात और भी संगीन है। ‘ मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि भौगोलिक या जातीय झगड़े हो सकते हैं जिन्हें निपटाने के दूसरे तरीके होंगे लेकिन इसे इस्लाम का नाम दिया जाए और हम खामोश बैठे रहें, ऐसा नहीं हो सकता। यह हमे नामंजूर है। मेरा इस्लाम किडनैप नहीं हो सकता है। मौलाना ने कहा कि इस समय हमारे सामने आईएस से बड़ी कोई चुनौती नहीं है। इस बात की कस्म है, वादा है कि हम इसे पनपने नहीं देंगे।

 


 

ईद मिलन समारोह में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर, वेद प्रताप वैदिक, स्वामी अग्निवेश, कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह, सलमान खुर्शीद, एनसीपी नेता तारिक अनवर, जेके जैन, दिनेश त्रिवेदी, आचार्य प्रमोद, आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह और आशुतोष, मौलाना अरशद मदनी, मौलाना तौकीर रजा, कमल फारुखी समेत विभिन्न देशों के गणमान्य लोग शामिल थे। 

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