भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अंतरिक्ष केंद्र से ब्रिटेन के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह नोवाएसएआर और एस1-4 का प्रक्षेपण किया।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दोनों उपग्रहों को लेकर पीएसएलवी-सी42 अंतरिक्षयान सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रात 10:08 बजे प्रथम लॉन्चपैड से रवाना हुआ। इसरो अधिकारियों ने कहा कि यह एक सटीक प्रक्षेपण रहा।
बाढ़, आपदा की होगी निगरानी
नोवाएसएआर का इस्तेमाल वन्य मानचित्रण, भू उपयोग और बर्फ की तरह की निगरानी, बाढ़ और आपदा निगरानी के लिए किया जाना है। एस1-4 का उपयोग संसाधनों के सर्वेक्षण, पर्यावरण निगरानी, शहरी प्रबंधन तथा आपदा निगरानी के लिए किया जाएगा।
17 मिनट 45 सेकेंड बाद कक्षा में स्थापित
लगभग 6 महीने पहले ही इसरो ने आईएनआरएसएस-1आई नौवहन उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया था। इसरो ने दो विदेशी पृथ्वी अवलोकन उपग्रहों को कक्षा में स्थापित किया। पीएसएलवी ने उपग्रहों को प्रक्षेपण के 17 मिनट 45 सेकेंड बाद कक्षा में स्थापित कर दिया था।
इसरो अध्यक्ष ने क्या कहा?
इसरो अध्यक्ष सीवन ने कहा कि मिशन सफल रहा। उन्होंने वैज्ञानिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि अगले 6 महीने में 10 उपग्रह मिशन और 8 लॉन्च व्हीकल मिशन का प्रक्षेपण किया जाएगा। सीवन ने कहा कि इसरो का चंद्र मिशन 03 जनवरी, 2019 को प्रक्षेपित किया जाएगा।
ISRO launches PSLV-C42 into orbit carrying two foreign satellites, NovaSAR & S1-4, from Satish Dhawan Space Centre, Sriharikota in #AndhraPradesh. pic.twitter.com/CB1xBbPfXs
— ANI (@ANI) September 16, 2018