दिल्ली पुलिस ने कल शहर में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के संबंध में 200 लोगों को हिरासत में लिया। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। बता दें कि कल किसानों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई थी और किसानों के एक समूह ने लालकिले पर धार्मिक झंडा फहरा दिया था।
पुलिस इस मामले में अब तक 22 एफआईआर दर्ज कर चुकी है। दिल्ली पुलिस ने हिंसा को लेकर आईपीसी की धारा 395 (डकैत), 397 (लूट या डकैत, मारने या चोट पहुंचाने की कोशिश), 120 बी (आपराधिक साजिश की सजा) और अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। क्राइम ब्रांच द्वारा जांच की जाएगी।
गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा के बाद राजधानी दिल्ली छावनी में बदल हो गई है। दिल्ली में पुलिस बल के साथ सीआरपीएफ की 15 कंपनियां तैनात की गई हैं। जबकि कल देर रात आंदोलनकारियों से लाला किला खाली करवा लिया गया है। हिंसा में लगभग 300 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। वहीं, इस दौरान एक प्रदर्शनकारी किसान की मौत भी हो गई।
दूसरी ओर ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने माफी मांगी है। बहरहाल प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने एलान किया कि आंदोलन शांतिपूर्वक जारी रहेगा और आगे के कदमों पर चर्चा के बाद जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।
वहीं आज केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल लाल किला गए। केंद्रीय मंत्री ने लाल किले पर मौजूदा स्थिति का जायजा लिया और प्रदर्शन के कारण हुए नुकसान का आकलन किया। प्रह्लाद पटेल ने मंगलवार को किसानों के उग्र प्रदर्शन और लाल किले पर हुए घटनाक्रम को लेकर भी निंदा की थी। मंगलवार को प्रह्लाद पटेल ने लाल किले में घुसने वाले किसानों की निंदा करते हुए कहा था कि उन लोगों (प्रदर्शनकारियों) ने भारत के लोकतंत्र के प्रतीक का अपमान किया है।