उत्तर प्रदेश कैडर की 2008 बैच की आईएएस अफसर बी. चंद्रकला का नाम एक बार फिर चर्चा में हैं। लेकिन इस बार उनका नाम सोशल मीडिया में वीडियो या किसी कर्मचारी-अधिकारी की क्लास लेते हुए नहीं बल्कि सीबीआई छापेमारी की वजह से सामने आया है।
बी चंद्रकला के घर शनिवार को सीबीआई की एक टीम ने छापा मारा। बी. चंद्रकला पर आरोप है कि उन्होंने अखिलेश सरकार में जुलाई 2012 के बाद हमीरपुर जिले में 50 मौरंग खनन के पट्टे कर दिए थे। हालांकि, उस दौरान ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पट्टों को स्वीकृत करने का प्रावधान था। इसके बावजूद नियमों की अनदेखी कर अवैध पट्टे किए गए थे।
सोशल मीडिया में अखिलेश और योगी से भी ज्यादा लोकप्रिय
बी. चंद्रकला प्रशासनिक गलियारों के लिए बेहद चर्चित नाम है। उन्हें नौकरी करते हुए भले ही 10 साल हुए हों, लेकिन चंद्रकला की सोशल मीडिया पर किसी स्टार जैसी छवि है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ज्यादा फॉलोअर्स चंद्रकला के हैं। चंद्रकला के फेसबुक पेज पर 85 लाख , वहीं योगी के 55 लाख और अखिलेश के 68 लाख फॉलोअर्स हैं। यूट्यूब पर बी. चंद्रकला के ऐसे कई वीडियो मौजूद हैं जिनमें वह निरीक्षण करते और अधिकारियों को मौके पर ही बुरी तरह लताड़ लगाते दिखती हैं। फेसबुक और ट्विटर पर उसके दर्जनों फैन पेज हैं जो उनसे जुड़ी खबरें और वीडियो शेयर किया करते हैं।
सेल्फी विवाद ने बंटोरी थी सुर्खियां
सेल्फी को लेकर सुर्खियों में आईं फरवरी 2016 में एक सेल्फी को लेकर डीएम बी. चंद्रकला चर्चा में आई थीं। दरअसल एक युवक ने कलेक्ट्रेट परिसर में उनके साथ जबरन सेल्फी लेने की कोशिश की, जब उसे मना किया गया तो उसने हंगामा शुरू कर दिया। बाद में उसे शांतिभंग करने के आरोप में जेल भेज दिया गया। तीन दिन जेल में रखने के बाद युवक को छोड़ दिया गया।
पत्रकार के साथ की थी अभद्रतापूर्वक बात
सेल्फी विवाद ने उस समय काफी सुर्खियां बंटोरी थी। इसी खबर पर चंद्रकला का बयान लेने के लिए एक रिपोर्टर ने जब फोन किया तो, उन्होंने ऐसी प्रतिक्रिया दी थी, पत्रकार ने जिसकी कल्पना भी नहीं की थी। बी. चंद्रकला ने धमकी भरे लहजे में पत्रकार से कहा कि उसके घर अनजान मर्दों को भेजकर मां-बहन या उसकी मिसेज की फोटो खिंचवाऊं। अगर तुम्हारी मां-बहन के साथ कोई अनजान मर्द फोटो खिंचवाएगा तो क्या खींचने दोगे? हालांकि बयान वायरल होने पर डीएम साहिबा ने इस बातचीत को गलत बताया था।
अधिकारियों को जेल भिजवाने की दी थी धमकी
17 दिसंबर 2014 को भी बुलंदशहर डीएम रहते हुए बी. चंद्रकला विकास कार्यों का निरीक्षण कर रहीं थीं। इस दौरान भी उन्हें एक जगह पर चल रहे विकास कार्य में कमी मिली थी। उस समय भी उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को लापरवाही बरतने पर सरेआम जमकर फटकार लगी थी। उन्होंने सार्वजनिक तौर पर अधिकारियों को चेतावनी दी थी ‘जेल के अंदर जाओगे, अभी के अभी, समझे क्या’। उनका ये बयान भी मीडिया की सुर्खियां बना था।
जब टीचर पर भड़की थी चंद्रकला
बुलंदशहर में लंबे कार्यकाल के बाद वर्ष 2016 में ही आईएएस अधिकारी बी चंद्रकला का ट्रांसफर मेरठ में बतौर डीएम हो गया। पांच जून 2016 को उन्होंने मेरठ में भी बुलंदशहर के अंदाज में एक सरकारी स्कूल का निरीक्षण किया। इस दौरान वह एक क्लास में गईं और बच्चों से उनके विषय से संबंधित कुछ सवाल पूछे। बच्चे उनके सवालों का जवाब नहीं दे सके। इस पर डीएम ने टीचर की बच्चों के सामने ही क्लास लगा दी। उन्होंने उस टीचर से कहा था ‘बच्चों को धोखा क्यों दे रहे हो। इन्हें खाना न दो, कपड़ा न दो, लेकिन अच्छी शिक्षा तो दो’। टीचर ने जब कुछ बताने का प्रयास किया तो डीएम ने उसे डांटते हुए बोला ‘समस्या सिर्फ वही लोग बताते हैं, जो कुछ करना नहीं चाहते’।