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दिल्ली में लॉकडाउन में ढील, सोमवार से खुलेंगे सभी प्राइवेट और सरकारी दफ्तर

कोरोना वायरस लॉकडाउन का दूसरा चरण समाप्त होने के बाद सोमवार से दिल्ली में प्रतिबंधों में कुछ ढील दी...
दिल्ली में लॉकडाउन में ढील, सोमवार से खुलेंगे सभी प्राइवेट और सरकारी दफ्तर

कोरोना वायरस लॉकडाउन का दूसरा चरण समाप्त होने के बाद सोमवार से दिल्ली में प्रतिबंधों में कुछ ढील दी जाएगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि केंद्र सरकार ने दो सप्ताह के लिए लॉकडाउन को बढ़ाया है, पूरी दिल्ली रेड जोन में है, इसमें केंद्र सरकार ने जो भी छूट दी हैं वे सभी छूट हम दिल्ली में देने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि कल से सभी सरकारी दफ्तर खुलने जा रहे हैं, जो सरकारी दफ्तर आवश्यक सेवाओं से संबंधित हैं उसमें 100 फीसदी उपस्थिति होगी, कल से दिल्ली के सारे प्राइवेट ऑफिस खुलेंगे पर ये केवल 33 फीसदी स्टाफ के साथ काम करेंगे। ऐसे सरकारी दफ्तर जो आवश्यक सेवाओं से संबंधित नहीं हैं उनमें डिप्टी सेक्रेटरी स्तर तक 100 फीसदी स्टाफ आएगा, इससे नीचे के स्तर पर 33 फीसदी स्टाफ आएगा।

सोमवार से कंटेनमेंट जोन को छोड़कर बाकी जगह मिलेगी छूट

- सभी सरकारी दफ्तर खुलेंगे। जो जरूरी सेवाओं से संबंधित हैं, वहां 100 प्रतिशत लोग आएंगे।

- गैर-जरूरी सरकारी सेवाओं में डिप्टी सेक्रेट्री और 33 फीसदी स्टाफ आएगा।

- निजी संस्थान में भी 33 फीसदी स्टाफ आएगा।

- सेल्फ एम्प्लॉय को अनुमति दी गई।

- स्टेशनरी, सभी तरह की स्टैंड-अलोन शॉप खुलेंगी।

- प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्राइवेट सिक्योरिटी खुलेंगे।

- जरूरी सामान बनाने वाली कंपनियां भी खुलेंगी। उनकी सप्लाई चेन भी खुलेगी।

- आईटी हार्डवेयर, ई-कॉमर्स में जरूरी सेवाएं रहेंगी।

- कार में ड्राइवर समेत पीछे 2 लोगों को अनुमति हैं लेकिन सिर्फ जरूरी सेवाओं के लिए।

- शादी में 50 लोगों को अनुमति।

- किसी की मौत हुई है तो वहां 20 लोग से अधिक न हो।

ये रहेंगे बंद

- स्कूल, मॉल, जिम, स्पोर्ट्स, सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक जमावड़ा बंद रहेगा।

- सैलून की दुकान भी बंद रहेगी।

- शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक बाहर निकलना बंद।

- पब्लिक ट्रेवल सिस्टम बंद।

- 65 साल से ऊपर बुजुर्ग, गर्भवती, कोई अन्य बीमारी, 10 साल से कम उम्र के बच्चे घर में रहेंगे।

- कनॉट प्लेस, मॉल और बाजार बंद रहेंगे, लेकिन जरूरी सामान की दुकान खुलेंगी।

संकट में अर्थव्यवस्था, लंबे समय तक नहीं रख सकते लॉकडाउन
केजरीवाल ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था संकट में है और हम लंबे समय तक लॉकडाउन को बरकरार नहीं रख पाएंगे। राजस्व पिछले साल के अप्रैल माह में 3500 करोड़ रुपये से गिरकर इस वर्ष 300 करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने पूछा कि ऐसी स्थिति में सरकार कैसे काम करेगी।

लॉकडाउन के फैसले की तारीफ

अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार के लॉकडाउन के फैसले की तारीफ की। उन्होंने कहा कि 24 मार्च को देश में लॉकडाउन का फैसला करना बहुत महत्वपूर्ण था। अगर हमने लॉकडाउन लागू नहीं की होती तो देश में स्थिति और भयावह हो सकती थी। उस समय देश भी कोरोना से लड़ने के लिए तैयार नहीं था। हमें सामाजिक दूरी का कोई अंदाजा नहीं था, न ही लोग या अस्पताल तैयार थे। हमारे पास कोई व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण किट या परीक्षण किट नहीं थे।

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