मध्य प्रदेश में होने वाले नगर निगम के चुनावों के लिए प्रक्रिया इसी महीने शुरू हो रही है। इस बीच आम आदमी पार्टी (आप) ने घोषणा कर दी है कि निगम चुनावों में आप भी मैदान में उतरेगी। कांग्रेस को बिकाऊ की उपमा देते हुए आप को उम्मीद है कि वह प्रदेश में विकल्प बनकर उभर सकती है।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पंकज सिंह ने कहा कि प्रदेश में होने वाले आगामी नगरीय निकाय, नगर पंचायत, जिला पंचायत एवं अन्य स्थानीय चुनाव आम आदमी पार्टी पूरी ताकत से लड़ेगी। मध्य प्रदेश में कांग्रेस बिकने वाली पार्टी बन गई है। मध्य प्रदेश की जनता कांग्रेस को वोट देकर खराब नहीं करना चाहती। कांग्रेस के विधायकों की खुले आम बोली लगती है। जनता उन्हें चुनकर विधानसभा भेजती है लेकिन कांग्रेस के विधायक बिकाऊ निकलते हैं। वहीं सत्ता की लोभी भाजपा कांग्रेस के विधायकों को खरीद कर जनता के दिए गए मत का अपमान करती है।
आम आदमी पार्टी विधान सभा चुनावों में भी अपने प्रत्याशी खड़े कर रही है किन्तु उसे निराशा ही हाथ लगी है। इन परिस्थितियों को देखते हुए उसने छोटे रणक्षेत्र में उतरने का फैसला किया है। पार्टी निकाय चुनावों में अपने लिये ज्यादा संभावनाएं देख रहीहै। इसके अलावा भाजपा की हैदराबाद निकाय चुनावों में जीत से भी पार्टी को नया रास्ता मिला है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नये राज्य में अपनी पैठ कैसे बनाते है इसका सबसे बड़ा उदाहरण है भाजपा की हैदराबाद जीत। अभी तक राष्ट्रीय पार्ट्रियां निकाय चुनावों का महत्व न समझकर उसको गंभीरता से नहीं लेती थी। भाजपा ने नई राजनीतिक गठित सबको सिखा दी है। इसी का नतीजा है कि आप और कांग्रेस दोनों ही निकाय चुनावों पर काफी जोर लगा रही है।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    