प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों को सस्ती दवाएं मिले इसके लिए उनकी सरकार काम कर रही है। यह बात उन्होंने सूरत के कतारगाम में एक किरण मल्टी सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के उद्घाटन के मौके पर कही। उन्होंने कहा, "हमने स्टेंट समेत 700 दवाओं को सस्ता किया है आगे भी काम कर रहे हैं। हम इस पर भी काम कर रहे है कि देश के डॉक्टर जेनेरिक दवाएं लिखें, इसके लिए जल्द कानून बनेगा। कंपनियां इंजेक्शन-दवाइयों को महंगा बेच रही थीं। हार्ट की बीमारियों में स्टेंट की जरूरत पड़ती है। 40 हजार के स्टेंट की कीमत 6-7 हजार में बेचना पड़ेगा ताकि गरीब को दिक्कत न हो।’’
स्वास्थ्य व्यवस्था सरकार की जिम्मेदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये अस्पताल पैसों से नहीं परिवार भाव और परिश्रम से बना है। मैं श्राप देता हूं कि किसी को यहां न आना पड़े। और अगर कोई मरीज यहां आए तो मजबूत बनकर जाए। आज मध्यम वर्ग के घर में कोई बीमार हो जाए तो वह बाकी काम नहीं कर पाता। न बेटी की शादी कर पाता है और न ही घर ले पाता है। ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी है, सबको लाभ मिले। अटलजी की सरकार के बाद हमारी सरकार हेल्थ पॉलिसी लेकर आई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सूरत दौरे को इसलिए भी काफी अहम माना जा रहा क्योंकि प्रधानमंत्री बनने के बाद उनका पहली बार सूरत जाना हुआ है, वहीं गुजरात चुनाव-2019 के मद्देनजर भी यह दौरा प्रभावशाली होगा। बहरहाल आम जनता को सस्ती दवाएं और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की बात सबके लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।