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विकास के जरिये नक्सलियों से मुकाबलाः मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में की जा रही सामाजिक-आर्थिक विकास पहलों का जायजा लेने पहुंचे ।
विकास के जरिये नक्सलियों से मुकाबलाः मोदी

प्रधानमंत्री ने नक्सलवाद पर कहा कंधे पर बंदूक से नहीं, हल से विकास हो सकता है मौत का तांडव खत्म होगा, हिंसा का कोई भविष्य नहीं होता है। राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह भी मंच पर मौजूद हैं।

 

दंतेवाड़ा में पीएम मोदी का भाषण

पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ की भाषा में लोगों का अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि मां दंतेश्वरी का यहां आशीर्वाद है। यहां के आदिवासियों ने दुनिया को जीने का रास्ता दिखाया है। ऐसी बस्तर की धरती है। उन्होंने रायपुर के कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि वहां पर तूफान में मंच गिर गया और नुकसान हुआ और तमाम लोगों को चोंटे भी आई है। फिर उन्होंने सबके जल्द ठिक होने की कामना की।  

बस्तर की इतिहास में पहली बार होगा कि एक घंटे के इस समारोह में 24,000 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश के साथ विकास के लिए आगे बढ़ा जाने का निर्णय लिया गया है। सभी जगह विकास पहुंचे, जंगलों में भी विकास पहुंचे, गरीब की झोपड़ी तक विकास पहुंचे, इसका मतलब है रोजगार मिले देश के नौजवान को अवसर मिले, रोजगार मिले, आगे बढ़ने का मौका मिले सरकारें पहले भी थी, लोग भी थे, बेरोजगारी भी, लेकिन समस्या का समाधान सोचने के लिए ऐसी धीमी गति से चला जाता था कि लोग निराशा में डूब गए है।

रेल की सुविधा मिले, दूरदराज के इलाके में भी सुविधा हो। ट्रेन आने से सिर्फ यात्रा सुलभ नहीं होती, अर्थजीवन भी गतिशील होता है। हिंसा से कभी समस्याओं का समाधान नहीं होता है। मिल बैठकर रास्ते निकल सकते हैं। छत्तीसगढ़ में हिंसा बंद हो जाए तो विकास में सबसे आगे होगा। हिंसा का भविष्य नहीं होता। दुनिया के सुखी देश में स्किल डेवलेपमेंट की बात कर रहे हैं। हम रोजगार देने के लिए स्किल डेवलेपमेंट की बात कर रहे हैं। सभी हाथों को हुनर देने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे आदमी को मजबूर नहीं होने पड़ता है।

पीएम मोदी ने कहा कि इस ओर में हमारी सरकार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि भारी बहुमत के साथ हमें सेवा का मौका दिया है। छत्तीसगढ़ मजबूती के साथ हमारे साथ खड़ा है। विश्व में मैं जब भी बात करता हूं सवासौ करोड़ देशवासी बात करते हैं। देश में तेजी से परिवर्तन आ रहा है। राज्य सरकार के अधिकारियों ने बताया कि विशाल इस्पात संयंत्र लगाने और रावघाट-जगदलपुर रेल लाइन के दूसरे चरण के निर्माण से जुड़ी दो बड़ी परियोजनाओं का मोदी की यात्रा के दौरान उद्घाटन किया जाएगा।

 

पीएम मोदी की बच्चों से वार्ता

शिक्षानगर 100 एकड़ क्षेत्र में फैला है और उसके निर्माण पर 120 करोड़ रुपये की लागत आई है। उसमें आवास एवं कक्षाओं की सुविधाए हैं। अनुमान है कि इस शिक्षानगर से हर साल दबे कुचले वर्गों के 5000 बच्चों को उत्तम शिक्षा प्राप्त होगी। मोदी जीविका कॉलेज भी जाएंगे जो दंतेवाड़ा के युवकों को उपयुक्त रोजगार अवसर उपलब्ध कराने में उन्हें सहयोग पहुंचाने के लिए जरूरी कौशल प्रदान कर रहा है।

नक्सलवाद से बुरी तरह प्रभावित दंतेवाड़ा बस्तर क्षेत्र में आता है जहां प्रचुर खनिज संसाधन विशेषकर लौह अयस्क हैं। इस इलाके में अतीत में कई नक्सली हमले हो चुके हैं। मोदी की यात्रा के दौरान दंतेवाड़ा के डिलमिली में सलाना 30 लाख टन क्षमता वाला विशाल इस्पात संयंत्र लगाने के लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार इस परियोजना के जरिए छत्तीसगढ़ का 18,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का सीधा निवेश होगा। परियोजना से इस क्षेत्र के 10 हजार से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।

रावघाट और जगदलपुर के बीच रेललिंक के दूसरे चरण के लिए दूसरे सहमति पत्र पर मोदी की यात्रा के दौरान हस्ताक्षर होंगे। 24000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 140 किलोमीटर रेल लिंक से बस्तर क्षेत्र रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग जैसे राज्य के अहम शहरों से जुड़ जाएगा। रेल लिंक से उद्योगों के लिए लौह अयस्क की आसान एवं सस्ती ढुलाई में भी मदद करेगा।
अधिकारियों के अनुसार इन दोनों परियोजनाओं से बस्तर के सामाजिक आर्थिक बदलाव में बड़ी तेजी से सहयोग मिलने की संभावना है। रावघाट-जगदलपुर लाइन के दूसरे चरण के लिए पहले सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे लेकिन धनाभाव के कारण उसे टाल दिया गया था। मोदी उसी दिन भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान और पुलिस मुख्यालय का उद्घाटन करने नया रायपुर जाएंगे। वह नया रायपुर में हाशिये पर रहने वालों के लिए 40 हजार एलआईजी और एडब्ल्यूएस सस्ते मकानों के निर्माण के लिए आधारशिला भी रखेंगे।
इसी बीच दंतेवाड़ा में प्रधानमंत्री की यात्रा के मद्देनजर कई स्तरीय सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा इंतजाम पर नजर रख रहे एक पुलिस अधिकारी ने कहा, राज्य के सशस्त्र और विशेषबलों के अलावा करीब 10 हजार अर्धसैनिक बल दंतेवाड़ा में कल प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए अभेद्य सुरक्षा उपाय का हिस्सा हैं।’ उन्होंने बताया कि विशेष सुरक्षा समूह के अधिकारी राज्य पुलिस और अर्धसैनिक बलों के अधिकारियों के साथ तालमेल बिठाकर सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे हैं।
उन्होंने बताया कि एहतियात के तौर पर प्रधानमंत्री की दंतेवाड़ा यात्रा के समापन तक के लिए इलाके के सभी साप्ताहिक हाट बाजार बंद कर दिए गए हैं और रणनीतिक स्थानों पर सशस्त्र गार्ड तैनात किए गए हैं। अधिकारी के अनुसार अंदरूनी वन क्षेत्रों और अंतर-राज्यीय सीमाओं पर संदिग्ध हरकतों पर अंकुश रखने के लिए गश्ती तेज कर दी गयी है। उन्होंने कहा, बहुतस्तरीय सुरक्षा जवानों की प्रधानमंत्री के हर कार्यक्रम पर पैनी नजर रहेगी।

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