नई दिल्ली। देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के पार्थिव शरीर को दिल्ली से एक विशेष विमान के जरिए उनके गृहनगर रामेश्वरम ले जाया गया। राष्ट्रीय राजधानी में लोगों ने देश के मिसाइल मैन को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। पूर्व राष्ट्रपति को तीनों सैन्य बलों ने अंतिम विदाई दी जिसके बाद विशेष विमान ने सुबह करीब सवा आठ बजे पालम हवाईअड्डे से उड़ान भरी। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और भाजपा के वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन भी हवाईअड्डे पर मौजूद थे।
पूर्व राष्ट्रपति कलाम का पार्थिव शरीर रामेश्वरम पहुंच गया है। तिरंगे में लिपटा कलाम का पार्थिव शरीर बुधवार सुबह सात बजे दिल्ली में उनके 10 राजाजी मार्ग आवास से एक तोपगाड़ी से हवाईअड्डे लाया गया। अपने जीवन से असंख्य भारतीयों को प्रेरित करने वाले कलाम को अधिकारियों और आम नागरिकों ने अंतिम विदाई दी।
प्रधानमंत्री होंगे अंतिम संस्कार में शामिल
पूर्व राष्ट्रपति का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ गुरूवार को तमिलनाडु में उनकी जन्मभूमि रामेश्वरम में किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मौके पर मौजूद रहेंगे। केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने ये जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्राी गुरूवार सुबह रवाना होंगे और 11 बजे पूर्व राष्ट्रपति के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेंगे।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता खराब सेहत के चलते उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाएंगी। जयललिता ने इसके लिए शोक जताया और कहा अपनी खराब सेहत की वजह से वो यात्रा करने में सक्षम नहीं हैं। तमिलनाडु के सात कैबिनेट मंत्री राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे और डॉ कलाम के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। सरकार ने कलाम के सम्मान में सात दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है।