नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली एनडीए सरकार गुरुवार को दूसरी बार शपथ लेगी। इससे पहले वे सुबह लगभग सात बजे महात्मा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने उनके समाधि स्थल पहुंचे। इसके बाद वे शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने वॉर मेमोरियल पहुंचे। बता दें कि लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की है जिसके बाद आज शाम 7 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद प्रधानमंत्री मोदी और उनके नए मंत्रिपरिषद के सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। मोदी की शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए 6000 मेहमानों को न्यौता भेजा गया है। विदेशी मेहमानों में बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड, नेपाल और भूटान के प्रमुख शामिल होंगे। इसके अलावा सांसदों और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को न्यौता दिया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी सबसे पहले राजघाट पहुंचे, जहां उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। उसके बाद वह अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि 'सदैव अटल' पहुंचे और वहां पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उनके साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, जेपी नड्डा, पीयूष गोयल, रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावडेकर, गिरिराज सिंह जैसे भाजपा के बड़े नेता साथ थे।
ये लोग होंगे शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल
यूपीए चेरयपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। मोदी 30 मई को राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। इस कार्यक्रम में देश विदेश की तमाम नामचीन हस्तियां हिस्सा लेंगी। वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया है।
शपथ ग्रहण समारोह में सभी प्रदेशों के राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और प्रमुख विपक्षी पार्टियों के नेताओं को आंमंत्रित किया गया है। सभी मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों, पूर्व प्रधानमंत्रियों और पूर्व राष्ट्रपतियों को भी कार्यक्रम के लिए न्योता भेजा गया है।
ये नहीं करेंगे शिरकत
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि वह समारोह में शिरकत नहीं कर पाएंगे क्योंकि उनका पहले से कार्यक्रम तय है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी समारोह में शामिल नहीं होंगे।
बिम्सटेक समूह के नेताओं को किया है आमंत्रित
भारत सरकार ने इस समारोह में शामिल होने के लिए बिम्सटैक (बे ऑफ बंगाल इनीशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल ऐंड इकॉनमिक को-ऑपरेशन) समूह के नेताओं को आमंत्रित किया है लेकिन पाकिस्तान को इसमें नहीं बुलाया गया है।
विदेश मंत्रालय की तरफ से नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने मेहमानों की पुष्टि कर दी है। बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना, नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली, म्यांमार के राष्ट्रपति यू विन म्यिंट, किर्गीज राष्ट्रपति जीनबेको, भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ और थाईलैंड के विशेष दूत ग्रिसाडा बूनरैक भी मोदी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
ममता बनर्जी ने जताई असमर्थता
वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगी। उन्होंने ट्वीट कर शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होने को लेकर अपनी असमर्थता जताई।
उन्होंने कहा, 'पहले मेरा प्लान था कि समारोह में जाऊंगी लेकिन मैं मीडिया रिपोर्ट देख रही हूं जिसमें बीजेपी दावा कर रही है कि बंगाल में हुई राजनीतिक हिंसा में 54 लोग मारे गए, यह झूठ है। मैं मजबूर हूं लेकिन मैं समारोह में शामिल नहीं हो पाऊंगी। उन्होंने इसके विरोध में इस दौरान धरना देने की घोषणा भी की है।