अगले महीने होने वले राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। मुर्मू ने संसद भवन में राज्यसभा के सेक्रेटरी जनरल के दफ्तर में नामांकन भरा। द्रौपदी मुर्मू के नामांकन में पीएम मोदी प्रस्तावक और राजनाथ सिंह अनुमोदक बने। नामांकन के दौरान जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, जगन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस के साथ ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बीजेपी शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद थे।
मंगलवार 21 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजदूगी में बीजेपी मुख्यालय में हुई पार्टी संसदीय दल की बैठक के बाद मुर्मू के नाम का ऐलान किया गया था। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया था कि बैठक में 20 नामों पर विचार-विमर्श करने के बाद सबने एकमत से पूर्वी भारत से आने वाली आदिवासी महिला नेता द्रौपदी मुर्मू को एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है।
इससे पहले विपक्षी दल यशवंत सिन्हा को अपना संयुक्त उम्मीदवार घोषित कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि यशवंत सिन्हा 27 जून को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। नामांकन की आखिरी तारीख 29 जून है। 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए मतदान होगा और नतीजों की घोषणा 21 जुलाई को की जाएगी।
चुनाव जीतने पर मुर्मू देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। द्रौपदी मुर्मू का जन्म ओडिशा आदिवासी जिले मयूरभंज के रायरंगपुर गांव में हुआ।
द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी रह चुकी हैं। 18 मई 2015 से 12 जुलाई 2021 तक झारखंड के राज्यपाल पद पर रहीं। द्रौपदी मुर्मू ओडिशा की पहली महिला और आदिवासी नेता हैं, जिन्हें राज्यपाल नियुक्त किया गया था। मुर्मू 2013 में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में एसटी मोर्चे की सदस्य रहीं।