वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह द्वारा निर्भया केस में दोषियों को लेकर दिए बयान पर विवाद बढ़ता ही आ रहा है। बुधवार को बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने भी इंदिरा जयसिंह पर हमला बोला है। कंगना रनौत ने उन्हें यह तक कह डाला कि ऐसी ही औरतों की कोख से निकलते हैं वहशी-दरिंदे। अब निर्भया की मां आशा देवी कंगना के सपोर्ट में आ गई हैं।
निर्भया की मां आशा देवी ने कहा- मैं कंगना रनौत के बयान से सहमत हूं। मैं उनका धन्यवाद करती हूं। मैं किसी की तरह महान नहीं बनना चाहती। मैं एक मां हूं और सात साल पहले मेरी बेटी की जान गई है और मैं इंसाफ चाहती हूं। इससे पहले उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह ने जिस तरह से मुझसे सवाल किया। ये मानव अधिकारों के नाम पर समाज को धोखा देना है। बच्चियों के साथ हो रहे अपराधों का मजाक बनाना है। ये मानव अधिकारों के नाम पर बिजनेस चलाते हैं और सिर्फ और सिर्फ मुजरिमों को सपोर्ट करते हैं।
जानें किन बयान पर भड़कीं कंगना रनौत
कंगना रनौत ने यह बयान अपनी फिल्म 'पंगा' के प्रमोशन के दौरान एक पत्रकार के सवाल पर दिया। उन्होंने इवेंट के वक्त कहा, 'उस लेडी को उन लड़कों (निर्भया के दोषियों) के साथ चार दिन जेल में रखो। उनको रखना चाहिए, उसको जरूरत है। ऐसी-ऐसी औरतें होती हैं, जिनको दया आती है। ऐसी ही औरतों की कोख से निकलते हैं वहशी-दरिंदे। ये भी किसी के कोख से निकले हैं, उन्हीं की कोख ऐसी होती है। वह ऐसा सोचती हैं, जिनको वहसी और खूनियों पर सिम्पथी (सहानुभूति) और प्यार आता है।'
क्या कहा था वकील इंदिरा जयसिंह ने
बता दें कि इस मामले में अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियां अपनी बात रख रही हैं। वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां आशा देवी से दोषियों को माफ करने की बात कही थी। जयसिंह ने एक ट्वीट करते हुए लिखा था कि वह उनसे (निर्भया की मां) सोनिया गांधी का उदाहरण लेने का अनुरोध करती हैं। सोनिया ने नलिनी (राजीव गांधी की हत्या की दोषी) को माफ कर कहा था कि वह उसके लिए फांसी की सजा नहीं चाहती हैं। जयसिंह ने उनसे कहा कि वह उनके साथ हैं लेकिन फांसी की सजा के खिलाफ हैं।
इंदिरा जयसिंह के बयान पर क्या बोलीं पीड़िता की मां आशा देवी
महिला वकील के बयान के बाद आशा देवी ने इस बारे में कहा था कि इंदिरा जयसिंह कौन होती हैं उन्हें यह सुझाव देने वालीं। पूरा देश चाहता है कि दोषियों को फांसी की सजा मिले। उनके जैसे लोगों की वजह से रेप पीड़िताओं को न्याय नहीं मिल पाता है। उन्होंने आगे कहा, 'मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि इंदिरा जयसिंह ने ऐसा कहने की हिम्मत कैसे की। मैं उनसे सुप्रीम कोर्ट में कई बार मिली हूं। उन्होंने एक बार भी मुझसे मेरा हालचाल नहीं पूछा और आज वो दोषियों के पक्ष में बोल रही हैं। इस तरह के लोग रेपिस्ट को सपोर्ट करके अपना गुजारा करते हैं. यही वजह है कि रेप के मामले नहीं रुक रहे हैं।'