स्वतंत्र भारत के पूर्व वित्त मंत्री, कुशल संगठनकर्ता, प्रखर वक्ता, 'पद्म विभूषण' अरुण जेटली की आज यानी 24 अगस्त को तीसरी पुण्यतिथि है। तीन वर्ष पहले आज ही के दिन कैंसर की बीमारी से जूझते हुए अरुण जेटली ने अपनी आखिरी सांस ली थी, जिसे याद करके आज एक बार फिर पूरा देश गमगीन है। देश के कई बड़े नेताओं ने आज अपने सोशल माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप पर पूर्व वित्त मंत्री को श्रद्धांजलि दी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अरुण जेटली जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा है, पूर्व वित्त मंत्री, कुशल संगठनकर्ता, प्रखर वक्ता, 'पद्म विभूषण' अरुण जेटली जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। भारत के विकास हेतु आपके चिरस्मरणीय योगदान हम सभी को सदैव प्रेरित करते रहेंगे।
वहीं, उत्तर प्रदेश के डिप्टी चीफ मिनिस्टर केशव प्रसाद मौर्य ने कू ऐप पर अरूण जेटली को याद करते हुए कहा है, भारत के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, कुशल रणनीतिकार, प्रखर वक्ता व प्रख्यात अधिवक्ता एवं देश के पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। राष्ट्र निर्माण में आपके द्वारा दिए गये अमूल्य योगदान को सदैव याद किया जाएगा।
#अरुण_जेटली
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री को याद करते हुए कहा है, भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्म विभूषण अरुण जेटली जी के स्मृति दिवस पर उन्हें विनम्र अभिवादन।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री और केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है, अरुण जेटली जी एक मजबूत बुद्धि और सांसद थे और मुझे उनके साथ पहले #टेलीकॉम आंत्रप्रेन्योर के रूप में और फिर दो दशकों में एक सांसद के रूप में काम करने का सौभाग्य मिला।
उनकी #पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए नमन
संजय सेठ कहते हैं, भारत के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, कुशल रणनीतिकार, प्रखर वक्ता व प्रख्यात अधिवक्ता एवं देश के पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
वहीं, पीयूष गोयल ने कहा है, अरुण जेटली जी को उनकी पुण्यतिथि पर मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। एक असाधारण सांसद और एक कानूनी विद्वान, वह हमारे दिलों में एक ऐसे दिग्गज के रूप में रहते हैं जिन्होंने पूरे जोश के साथ देश की सेवा की। भारत की विकास गाथा में उनके अमूल्य योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।