गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर के दर्शन के लिए जाने के इच्छुक श्रद्धालुओं का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन आज शुरू नहीं हो पाया क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच कई मुद्दों पर सहमति नहीं बन पाई। असहमति के मुद्दों में मुख्य रूप से पाकिस्तान की मांग भी थी कि प्रत्येक तीर्थयात्री को करतार जाने के लिए 20 डॉलर देने होंगे।
20 डॉलर फीस पर नहीं बनी सहमति
भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को कई अनसुलझे मुद्दों पर समझौता होना था लेकिन हो नहीं पाया। एक अधिकारी ने बताया कि मुद्दों पर सहमति न बन पाने के कारण ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू नहीं हो पाया। करतारपुर जाने के लिए 20 डॉलर की फीस और रोजाना यात्रा के समय को लेकर दोनों पक्षों में सहमति नहीं बन पाई।
रोजाना 5000 श्रद्धालु जाएंगे करतारपुर
दोनों देशों के बीच पहले हुई वार्ताओं में तय हुआ था कि रोजाना 5,000 यात्रियों को करतारपुर जाने की अनुमति दी जाएगी। विशेष अवसरों पर अतिरिक्त श्रद्धालुओं को पाकिस्तान की ओर जाने की अनुमति मिलेगी। करतारपुर कॉरीडोर पूरे साल चालू रखने और सप्ताह के सातों दिन खोलने की सहमति बनी थी। यात्री अलग-अलग या समूह में जा सकेंगे।
मनमोहन सिंह उद्घाटन समारोह में नहीं जाएंगे
करतारपुर कॉरीडोर के उद्घाटन समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह हिस्सा नहीं लेंगे। लेकिन वह एक सामान्य तीर्थयात्री के तौर पर जाएंगे। यह जानकारी उनके नजदीकी सूत्रों ने दी है। इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दावा किया था कि पूर्व पीएम ने आम नागरिक के तौर पर उद्घाटन समारोह में आने के लिए सहमति दे दी है।
नागरिक की तरह वहां जाएंगे
कुरैशी ने शनिवार को कहा था कि मनमोहन सिंह ने उनका निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। वह 9 नवंबर को विशेष अतिथि के रूप में नहीं बल्कि सामान्य नागरिक के तौर पर उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। हालांकि सिंह के नजदीकी सूत्रों ने कहा कि पूर्व पीएम उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे। पाक अधिकारियों द्वारा भेजे गए निमंत्रण पर सिंह ने जवाब भेजा है कि वह उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे। सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाले सिख जत्था में शामिल होंगे और पाकिस्तान से उसी दिन लौट आएंगे।