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पलक झपकते ही पाकिस्तान घुटनों पर आया, उसी के एक आतंकवादी ने रो-रो कर पुष्टि की : प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर...
पलक झपकते ही पाकिस्तान घुटनों पर आया, उसी के एक आतंकवादी ने रो-रो कर पुष्टि की : प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देकर पलक झपकते ही पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया और मंगलवार को पड़ोसी मुल्क के ही एक आतंकवादी ने रो-रो कर इसकी पुष्टि की है।

मध्यप्रदेश के धार जिले के ग्राम भैंसोला में देश के पहले ‘पीएम मित्र पार्क’ का शिलान्यास और ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ तथा ‘आठवें राष्ट्रीय पोषण माह’ अभियान की शुरुआत करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि ‘नया भारत’ किसी की परमाणु धमकियों से डरता नहीं है।

धार को ‘पराक्रम की धरती’ करार देते हुए मोदी ने महाराजा भोज और महर्षि दधीचि का उल्लेख किया और कहा कि इनकी विरासत से प्रेरणा लेकर आज देश अपनी सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान से आए आतंकियों ने हमारी बहनों-बेटियों का सिंदूर उजाड़ा था। हमने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर आतंकी ठिकानों को उजाड़ दिया। हमारे वीर जवानों ने पलक झपकते ही पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अभी कल ही देश और दुनिया ने देखा है, फिर एक पाकिस्तानी आतंकी ने रो-रो कर अपना हाल बताया है।’’

प्रधानमंत्री का इशारा जैश-ए-मोहम्मद के उस कमांडर की ओर था, जिसने स्वीकार किया है कि सात मई को पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित संगठन मुख्यालय पर भारतीय मिसाइल हमलों में आतंकवादी समूह के प्रमुख मसूद अजहर के परिवार के ‘टुकड़े-टुकड़े’ हो गये।

मंगलवार को एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए वीडियो में, जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर इलियास कश्मीरी को भारतीय हमले के खिलाफ जहर उगलते सुना जा सकता है, जिसमें अजहर के परिवार के सदस्य मारे गए थे। यह वीडियो छह सितंबर को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हुए मिशन मुस्तफा सम्मेलन का बताया जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान का उल्लेख करते हुए कहा कि यह नया भारत है। उन्होंने कहा, ‘‘यह किसी की परमाणु धमकियों से डरता नहीं है। यह नया भारत है, घर में घुसकर मारता है।’’

मोदी ने कहा कि आज ही के दिन देश ने सरदार पटेल की फौलादी इच्छा शक्ति का उदाहरण देखा था, जब भारतीय सेना ने हैदराबाद को अनेकों अत्याचारों से मुक्त कराकर, उनके अधिकारों की रक्षा कर भारत के गौरव को पुन: स्थापित किया था।

उन्होंने कहा, ‘‘देश की इतनी बड़ी उपलब्धि को, सेना के इतने बड़े शौर्य को कई दशक बीत गए, कोई याद करने वाला नहीं था, लेकिन आपने मुझे मौका दिया, हमारी सरकार ने 17 सितंबर की हैदराबाद की घटना को अमर कर दिया। हमने भारत के एकता के प्रतीक इस दिन को हैदराबाद मुक्ति दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की है।’’

ज्ञात हो कि 17 सितंबर 1948 को हैदराबाद रियासत भारत में सम्मिलित हुआ जबकि भारत को 15 अगस्त 1947 को ही स्वतंत्रता मिल गई थी।

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