दिल्ली में ऑटो ड्राइवर की पिटाई के मामले में विवाद जारी है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए भले ही तीन पुलिस वालों को निलंबित कर दिया है, लेकिन सिख सुमदाय बाकी पुलिस वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग कर रहा है। सोमवार रात तीन बजे तक प्रदर्शनकारी थाने के सामने प्रदर्शन करते रहे। इस दौरान सिख प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने पहुंचे भाजपा के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा के साथ धक्का-मुक्की भी हुई।
देर रात 12 बजे सिख समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस के आला अधिकारियों से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस के सामने मांग रखी है कि ड्राइवर सरबजीत के खिलाफ हत्या की कोशिश की जो धारा 307 लगाई गई है उसे हटाया जाए। साथ ही वीडियो में दिखाई दे रहे सभी पुलिस कर्मियों को निलंबित किया जाए।
इस दौरान वहां का माहौल बेहद तनावपूर्ण बना रहा। सिख प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने पहुंचे भाजपा के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा के साथ धक्का-मुक्की हुई। भाजपा के टिकट पर जीते अकाली दल के नेता सिरसा चार लोगों के साथ थाने में बातचीत करके आए थे। वो लोगों को समझा रहे थे कि जांच निष्पक्ष होगी, लेकिन भीड़ उत्तेजित हो गई और धक्का-मुक्की पर उतर आई। देर रात तक थाने के बाहर इकट्ठा प्रदर्शनकारी बारिश के बावजूद भी डटे रहे। पुलिस अधिकारी कानून-व्यवस्था बनाए रखने को लेकर कुछ दूर लगातार बैठक करते रहे।
केजरीवाल ने की कार्रवाई की मांग
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने इस घटना की निंदा की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘मुखर्जी नगर में दिल्ली पुलिस द्वारा दिखाई गई बर्बरता अत्यंत निन्दनीय और अनुचित है। मैं घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करता हूं। लोगों के रक्षकों को अनियंत्रित हिंसक गुंडे बनने की अनुमति नहीं दी जा सकती।’
'इस मामले में उचित कार्रवाई कर पीड़ितों को न्याय दिलाएं'
वहीं, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी पूरे मामले पर नाराजगी जताई है। उन्होंने इस बाबत ट्वीट किया है- 'दिल्ली पुलिस ने सरबजीत और बलवंत सिंह की बर्बरतापूर्वक पिटाई कर शर्मनाक कृत्य किया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से गुजारिश है कि इस मामले में उचित कार्रवाई कर पीड़ितों को न्याय दिलाएं।'
तीन पुलिसकर्मी निलंबित
टैम्पो चालक के साथ सड़क पर मारपीट के मामले में तीन पुलिसकर्मियों को गैर पेशेवर आचरण के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामले में गैर पेशेवर आचरण के चलते तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पश्चिम) और मुखर्जीनगर के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त तथा सहायक पुलिस आयुक्त की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
क्या है मामला?
पुलिस ने बताया कि ''ग्रामीण सेवा के एक टेम्पो चालक के कथित हमले के बाद एक पुलिस अधिकारी घायल हो गया। उन्होंने कहा कि चालक ने अपने वाहन के पुलिस वाहन से टकराने के बाद पुलिसकर्मियों का कृपाण लेकर पीछा किया। इस घटना का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया में वायरल हो गया। एक दूसरी क्लिप में दिखाया गया है कि पुलिसकर्मी उसकी डंडो से पिटाई कर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस के पीआरओ मधुर वर्मा ने डयूटी पर घायल हुये पुलिसकर्मी के हवाले से बताया कि ग्रामीण सेवा के ड्राइवर सबरजीत सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उस पर हथियार से हमला करने का आरोप है। दूसरे मामला सिंह की शिकायत पर दर्ज किया गया है जिसमें उसके साथ पुलिसकर्मियों की ज्यादती की बात कही गई है। वर्मा ने बताया कि ये मामले अपराध शाखा को भेज दिया गया है।
संयुक्त आयुक्त (उत्तरी रेंज) मनीष कुमार अग्रवाल अलग से मामले के तथ्यों का पता लगा रहे हैं। वर्मा ने कहा कि शुरूआती जांच के बाद दो सहायक उपनिरीक्षकों सहित तीन पुलिसकर्मियों को गैरपेशेवर रवैया अपनाने पर निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में कुल आठ पुलिसकर्मी घायल हुये हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना पार्किंग को लेकर शुरू हुई अथवा टेम्पो चालक ने पहले पुलिस की गाड़ी को टक्कर मारी। यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि हमले के बाद पुलिस कर्मियों को टेम्पो चालक पर काबू पाकर उसे थाने लाना चाहिये था।