आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर देश उत्सव मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम संबोधन दिया। इस संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने 10 विशेष बातें कहीं
1. पीएम मोदी ने कहा ''मैं विश्व भर में फैले हुए भारत प्रेमियों को, भारतीयों को आजादी के इस अमृत महोत्सव की बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आज हिंदुस्तान के हर कोने में तिरंगा लहरा रहा है। विश्व में जहां भी भारतीय रहते हैं, वहां भी आज तिरंगे की शान दिखाई दे रही है "।
2. पीएम मोदी ने कहा "देश में कोई कोई कोना नहीं है, जहां से लोगों ने आज़ादी के लिए कुरबानी नहीं दी। कोई काल ऐसा नहीं था, जब देशवासियों ने सैंकड़ों सालों की गुलामी के खिलाफ जंग नहीं लड़ी।आज का दिन ऐतिहासिक है। देश शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, रामप्रसाद बिस्मिल का कृतज्ञ है। उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दी थी।उन्हें आज नमन करने का अवसर है"।
3. पीएम मोदी ने कहा "शायद इतिहास में यह पहली बार है, जब इतना विशाल, व्यापक स्तर का आजादी उत्सव मनाया गया है। पहली बार हिंदुस्तान के हर कोने में उन सभी महापुरुषों को याद करने का प्रयास किया गया, जिनको किसी न किसी कारणवश इतिहास में जगह न मिली, या उनकों भुला दिया गया था "।
4. आजादी के इन 75 सालों में राष्ट्र निर्माण में एक बड़ा योगदान उनका रहा है, जो देश के लिए जीने-मरने, देश की सुरक्षा करने, देश के संकल्पों को पूरा करने के लिए अपनी जान न्यौछावर करने से पीछे नहीं हटते थे"।
5. पीएम मोदी ने कहा" हमें अपनी संस्कृति और सभ्यता से जुड़ने की जरूरत है। हमें अपनी सपंदा को सहेजना होगा। हमें अंग्रेजों के जैसे दिखने की जरूरत नहीं है, बल्कि गुलामी की मानसिकता से बाहर आने की जरूरत है।जब हम अपनी धरती से जुड़ेंगे तभी ऊंचा उड़ेंगे और विश्व को समाधान देंगे"।
6. पीएम मोदी ने कहा" आज का दिन उन सबको याद करने का दिन है, जिन्होंने गरीब, कमजोर, वंचित होते हुए भी, देश को आगे बढ़ाने के लिए अपना सर्वस्व समर्पण करने का संकल्प लिया "।
7. पीएम मोदी ने कहा " जब दुनिया कोविड को लेकर उलझी हुई थी, तब भारतीय नागरिकों ने कोविड वैक्सीन की डोज लगाकर एक मिसाल कायम की है। आज सभी लोग भारत की तरफ देख रहे हैं। भारत एक साकारात्मक भूमिका पेश कर रहा है "।
8. पीएम मोदी ने कहा " हमें आने वाले 25 साल के लिए 'पंच प्रण' पर अपनी शक्ति, संकल्पों और सामर्थ्य को केंद्रित करना होगा। हमारा इतिहास है कि एक बार हम सब संकल्प लेकर चल पड़ते हैं, तो हम निर्धारित लक्ष्यों को पार कर लेते हैं"।
9. पीएम मोदी ने कहा " समूचा विश्व आज पर्यावरण की समस्या से जूझ रहा है। ग्लोबल वार्मिंग की समस्याओं के समाधान का रास्ता हमारे ऋषियों ने हमें दिया है। प्रकृति के साथ संतुलन बनाकर चलना है। यही तरीका है आगे बढ़ने का"।
10. पीएम मोदी ने कहा " हम कण कण में ईश्वर को देखते हैं, हर जीव में नारायण को महसूस करते हैं। आत्मनिर्भर भारत, सरकारी एजेंडा या सरकारी कार्यक्रम नहीं है, ये समाज का जन-आंदोलन है, जिसे हमें आगे बढ़ाना है"।