कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी के सांसदों के साथ बुधवार को डिफेंस कमेटी की बैठक से वॉकआउट कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी और कांग्रेस के दूसरे सांसदों ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चर्चा की मांग की थी, लेकिन चेयरमैन ने इसकी इजाजत नहीं दी और इसके विरोध में कांग्रेसी नेताओं ने बैठक का बहिष्कार कर दिया।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर आरोप लगाया है, ''मोदी सरकार ने विदेश और रक्षा नीति को राजनीतिक हथकंडा बनाकर हमारे देश को कमज़ोर कर दिया है। भारत इतना असुरक्षित कभी नहीं रहा।" उधर, सेना ने बुधवार को कहा कि भारतीय या चीनी पक्ष ने पूर्वी लद्दाख के उन इलाकों पर कब्जा करने की कोई कोशिश नहीं की है, जहां से वे फरवरी में पीछे हटे थे और क्षेत्र में टकराव के शेष मामलों को सुलझाने के लिए दोनों पक्ष वार्ता कर रहे हैं।
इससे पहले दिसंबर 2020 में भी राहुल गांधी अपने सांसदों के साथ डिफेंस कमेटी की बैठक को बीच में छोड़कर निकल गए थे। उन्होंने उस वक्त आरोप लगाया था कि सैनिकों को किस तरह बेहतर तरीके से मजबूत किया जाए, इसकी बजाय यूनिफॉर्म पर चर्चा करके समय खराब किया जा रहा था। बैठक में सीडीएस बिपिन रावत भी मौजूद थे।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने विदेश और रक्षा नीति को राजनीतिक हथंकडा बनाकर देश को कमजोर कर दिया है। उन्होंने उस खबर का हवाला दिया जिसमें कहा गया था कि चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख में कई स्थानों पर वास्तवित नियंत्रण रेखा (एलएसी) को फिर से पार कर लिया है और दोनों पक्षों के बीच झड़प की कम से कम एक घटना हो चुकी है। सेना ने इस खबर को खारिज किया है।