मध्य प्रदेश में विदिशा जिले के गंजबासौदा में गुरुवार रात को कुएं में फिसलकर गिरी एक बच्ची को बचाने के लिए इसकी मेड़ पर खड़े कई लोग अचानक मिट्टी धंसने से कुएं में गिर गये और मलबे में दब गये। अब तक चार शव बरामद किये जा चुके हैं। जबकि 19 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है और बचाव कार्य मध्यरात्रि के बाद भी जारी है। घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने के निर्देश दिए गये हैं।
इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "मैंने और वरिष्ठ अधिकारियों ने सिचुएशन रूम से घटनास्थल का निरीक्षण किया। कल 19 लोगों को निकाल लिया गया था, वो स्वस्थ हैं। राहत कार्य अभी जारी है, 13 लोग लापता हैं।"
यह कुआं करीब 50 फुट गहरा है और इसमें करीब 20 फुट तक पानी बताया गया है।
इससे पहले मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि विदिशा ज़िले के गंजबासौदा में कुएं में गिरे लोगों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है, अब तक 3 लोगों के शव बरामद हुए हैं। मंत्री विश्वास सारंग ने बताया, "19 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, 3 शव बरामद हुए हैं।" उन्होंने कहा कि इस कुएं के पानी को मशीनों के जरिये बाहर निकाला जा रहा है।
एक अधिकारी ने बताया था कि इस हादसे में कई लोगों की मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है।
वहीं, इस हादसे में कुएं में गिरने के बाद बचाये गये दो लोगों ने मीडिया से कहा कि कुएं में गिरी एक बच्ची को बचाते समय यह हादसा हुआ। उसे बचाने के लिए कुछ लोग इस कुएं में उतर गये, जबकि लगभग 40-50 लोग उनकी सहायता करने एवं देखने के लिए कुएं की मेड़ और छत पर खड़े हो गये। उन्होंने कहा कि इसी बीच, कुएं की छत ढह गई, जिससे करीब 25-30 लोग कुएं में गिर गये।
उन्होंने कहा कि उन दोनों समेत लगभग 12 लोगों को वहां मौजूद ग्रामीणों ने कुएं से रस्सियों की मदद से बाहर निकाला और बचा लिए। दोनों को मामूली चोट आई है। उन्होंने कहा कि कुएं की छत पर जो लोहे की रॉड लगी थी, वह सड़कर गल चुकी थी। इसलिए वह टूट गई और यह दुर्घटना हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रात लगभग 11 बजे बचाव कार्य में लगा एक ट्रैक्टर भी इस कुएं में गिर गया, जिससे चार पुलिसकर्मियों समेत कुछ लोग भी इस कुएं में गिर गये। इनमें से तीन पुलिसकर्मियों एवं कुछ अन्य लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
इससे पहले, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल राहत एवं बचाव कार्य चलाने के निर्देश दिये। चौहान ने घटनास्थल पर मौजूद कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से बात कर घटना के संबंध में जानकारी ली और बचाव अभियान को तीव्र गति से चलाने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि मृतकों के परिवारजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और घायलों को 50,000 रुपये एवं निशुल्क इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री घटनास्थल पर चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की स्वयं निगरानी कर रहे हैं। चौहान ने घटना की उच्च स्तरीय जांच और पीड़ितों को हर संभव चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।