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पठानकोट हमला: छह आतंकी मारे गए, सघन तलाशी जारी

पठानकोट वायुसैनिक अड्डे में छिपे दो और आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने आज मार गिराया। वहीं आतंकी हमले पर सरकार ने आज कहा कि अब तक छह आतंकवादी मारे जा चुके हैं। लेकिन सरकार ने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सारे आतंकवादियों का सफाया हो गया है।
पठानकोट हमला: छह आतंकी मारे गए, सघन तलाशी जारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् की बैठक की अध्यक्षता की जिसके बाद वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि चार आतंकवादियों के शव बरामद कर लिए गए हैं और शेष दो आतंकवादियों के शव बरामद कर लिए जाएंगे। अधिकारियों ने पिछले दो दिनों में आतंकवादियों की संख्या छह बताई थी और जेटली की तरफ से दिए गए आंकड़े से प्रतीत होता है कि सभी आतंकवादी मारे जा चुके हैं। बहरहाल सरकार का कोई भी नुमाइंदा यह बताने को तैयार नहीं है कि वायुसैनिक अड्डे के अंदर और आतंकवादी हैं या नहीं या ऑपरेशन खत्म हो गया या नहीं। वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के महानिरीक्षक मेजर जनरल दुशांत सिंह ने मीडिया से कहा कि ऑपरेशन अब भी जारी है और तब तक जारी रहेगा जब तक हम अड्डे को पूरी तरह सुरक्षित नहीं कर लेते हैं। 

वरिष्ठ कैबिनेट सहयोगियों सुषमा स्वराज और मनोहर पर्रिकर के साथ एनएससी की बैठक में शामिल होने वाले जेटली ने कहा कि वायुसैनिक अड्डे पर सभी संपत्तियां सुरक्षित हैं। जेटली ने कहा कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों को उसी स्थान पर घेर लिया जहां वे घुसे थे और उन्हें प्रतिष्ठान से उचित दूरी पर रोके रखा। उन्होंने बताया कि, सभी प्रतिष्ठान सुरक्षित हैं। वित्त मंत्री से जब पूछा गया कि क्या विदेश सचिवों की बैठक तय कार्यक्रम के मुताबिक होगी तो जेटली ने सवालों को टालते हुए कहा, ऑपरेशन अब भी जारी है। ऑपरेशन खत्म हो जाने दीजिए। फिर हम इन मामलों पर निर्णय करेंगे।

कश्मीरी आतंकवादी संगठनों के समूह यूनाईटेड जिहाद काउंसिल (यूजेसी) ने पठानकोट हमले की आज जिम्मेदारी लेने का दावा किया है। भारत में बयान को इस प्रयास के रूप में देखा जा रहा है कि कश्मीरी आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार हैं न कि पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन। यूजेसी में मुख्यत: जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी संगठन शामिल हैं। इसमें पाकिस्तान के सैयद सलाउद्दीन के संगठन के आतंकवादी भी हैं। इस बीच मेजर जनरल सिंह ने शाम को मीडिया से बात करते हुए कहा कि एनएसजी और सेना सहित सुरक्षा बलों ने मेडिकल और प्रशासनिक सहयोग के साथ ही भारी सैन्य बल एवं साजो सामान तैनात किया है। उन्होंने कहा कि इसी तरह वायुसेना ने विमानन, निगरानी, गार्ड्स को इस विशेष अभियान में तैनात कर रखा है। उन्होंने कहा कि पुलिस और खुफिया एजेंसियां ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए मिलकर काम कर रही हैं। सिंह ने कहा, जैसा कि मैंने पहले बताया था कि वायुसेना अड्डे पर चल रहे अभियान की व्यापकता को देखते हुए हम जब तक अड्डे को पूरी तरह सुरक्षित नहीं कर लेते हैं तब तक अभियान चलता रहेगा। बहरहाल मैं सूचित करना चाहता हूं कि वायुसेना अड्डे की सारी संपत्तियां सुरक्षित हैं और कर्मी तथा उनके परिजन भी सुरक्षित हैं।

इससे पहले दिन में आज एक शक्तिशाली विस्फोट से वायुसेना स्टेशन की दोमंजिला इमारत हिल गई जहां दो आतंकवादी छिपे हुए थे। मेजर जनरल सिंह ने बताया, अब तक हमने चार आतंकवादियों का सफाया कर दिया है और दो आतंकवादियों के सफाये का अभियान संभवत: अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा, पूरा अभियान तब तक चलेगा जब तक सभी कर्मियों, संपत्तियों, ढांचे की सघन जांच नहीं कर ली जाती है। इसलिए इसमें लंबा समय लगने की संभावना है। वायुसेना स्टेशन का इलाका बहुत बड़ा है जहां भारतीय वायुसेना की सामरिक संपत्तियां हैं। इसके अलावा वायुसेना कर्मियों का परिवार और स्कूल स्थित है। वायुसेना अधिकारी ने बताया कि यह एक छोटा शहर है।

 

 

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