नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 500 से अधिक नगरों और शहरों का नक्शा तैयार करने के लिए केंद्रीय शहरी विकास मंत्राालय से हाथ मिलाया है। इसका उद्देश्य बेहतर नियोजन एवं प्रबंधन को लेकर एक आधार योजना बनाना है।
यह मैपिंग फिलहाल एक लाख से अधिक आबादी वाले स्थानीय निकायों के लिए की जा रही है। इस परियोजना के अगले महीने तक पूरा होने की उम्मीद है। इसरो के नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर के निदेशक वीके दधवाल ने बताया, हमने 4,041 से अधिक इलाकों के विकास के लिए शहरी विकास मंत्रालय के साथ समझौता किया है। इसमें करीब 500 शहरी स्थानीय निकाय शामिल हैं। इन नगरों और शहरों का नक्शा तैयार करने के बाद हम एक आधार योजना तैयार कर सकते हैं, जिससे नगर योजनाकर्ताओं को एक बेहतर मास्टर प्लान तैयार करने में मदद होगी।
उन्होंने बताया कि करीब 2500 से अधिक नगर योजनाकर्ताओं को इससे जोड़ा गया है और आधार योजना के उपयोग के बारे में उन्हें प्रशिक्षित किया गया है। इसरो धरोहर स्थलों एवं राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों का नक्शा और प्रबंधन योजना भी मुहैया करेगा। दधवाल ने इस बात का जिक्र किया कि इसरो भुवन एप्लीेकशन सर्विसेज के तहत कार्यों में कई विविधताएं लाया है जैसे कि 300 से अधिक शहरों के लिए एक मीटर के उपग्रहीय चित्र और 3डी सिटी माॅड्यूल, जो सरकार के स्मार्ट सिटी कार्यक्रम के लिए एक उपयोगी औजार होगा। इसरो वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्राी कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा कि भुवन भारत का गूगल है।