अजीज के साथ सुषमा की 20 मिनट चली बैठक में पठानकोट आतंकी हमले का मुद्दा प्रमुखता से उठा। बीते दो जनवरी को हुए इस हमले के बाद दोनों देशों के बीच यह पहला राजनीतिक संपर्क हुआ है। भारत के वायुसेना अड्डे पर हुए इस हमले को लेकर कार्रवाई के लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाता आ रहा है।
अजीज ने आशा जताई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ परमाणु सुरक्षा सम्मेलन से इतर 31 मार्च को अमेरिका में मुलाकात करेंगे। दक्षेस मंत्रीस्तरीय बैठक से इतर दोनों नेताओं की वार्ता के बाद अजीज के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए सुषमा ने कहा, यह संभव नहीं है कि सरताज अजीज के साथ मेरी बैठक में पठानकोट पर चर्चा ना हो...जेआईटी की यात्रा की तारीख का फैसला हो गया है। यह 27 मार्च की रात पहुंचेगी और 28 मार्च को अपना काम शुरू करेगी। सुषमा ने कहा कि इस बैठक में पठानकोट हमले को लेकर चर्चा नहीं करना संभव नहीं था।
यह पूछे जाने पर कि क्या जेआईटी पठानकोट वायुसेना अड्डे का दौरा करेगी तो सरकारी सूत्रों ने कहा कि आने वाले दिनों में इस दौरे के तौर-तरीकों पर काम चल रहा है। पठानकोट की घटना से दोनों देशों के निपटने के तरीकों पर अजीज ने अपनी ओर से संतोष जाहिर किया। उन्होंने आशा जताई कि शरीफ और मोदी अमेरिका में मुलाकात करेंगे। अजीज ने कहा, यह निश्चित नहीं है कि संरचनाबद्ध वार्ता होगी लेकिन आशा है कि वे मिलेंगे।