गृहमंत्री ने कहा कि शायद वह इस हकीकत को नहीं समझ रहा है कि आतंकवाद बहादुरों का नहीं कमजोरों का हथियार होता है। सिंह ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सभी ने देखा कि किस तरह से हमारी सेना के जवानों को चोरी से मारा गया। लेकिन बाद में हमारे सेना के जवानों ने जो करिश्माई काम किया है वह सबके सामने है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि वह यकीन दिलाना चाहते हैं कि यह सरकार भारत का मस्तक कभी भुकने नहीं देगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज भारत तेजी के साथ तरक्की कर रहा है। सर्वाधिक तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था यदि किसी देश की है तो वह भारत की है। कुछ देशों को इससे जलन हो रही है। वह भारत को अस्थिर करना चाह रहे हैं। भारत को कमजोर करना चाहते हैं।
सिंह ने कहा कि वह विश्वास दिलाना चाहते हैं कि भारत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सशक्त नेतृत्व मिला है। दुनिया की कोई भी ताकत भारत को कमजोर नहीं कर सकती है। राजनाथ ने छत्तीसगढ़ में माओवाद की समस्या को लेकर कहा कि राज्य में तेजी से विकास हो रहा है, लेकिन यहां माओवादी गतिविधियां हम सबके लिए चिंता का विषय है। यहां की सरकार ने चुनौती को स्वीकार किया है और इसमें कामयाबी हासिल होगी। केंद्र सरकार की ओर जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी, वह मुहैया कराई जाएगी।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि वह आदिवासी भाइयों और बहनों से कहना चाहते हैं कि माओवादी नहीं चाहते कि उनके गांव तक सड़कें बने। वे नहीं चाहते हैं कि आदिवासी बच्चों को शिक्षा मिले। वे नहीं चाहते कि उन्हें आदिवासियों को संचार सुविधा मिले तथा वे नहीं चाहते हैं कि आदिवासी गरीब बेरोजगार नौजवानों को रोजगार का अवसर मिले। उन्होंने कहा कि चीन माओवाद का बहुत बड़ा समर्थक था। लेकिन अब चीन में माओवाद का भविष्य समाप्त हो गया है। लेकिन यहां पर माओवाद है। यहां माओवाद बढ़ाने की कोशिश की जा रही है।
गृह मंत्री ने कहा, मै अभी भी कह रहा हूं, आप इस काम को छोड़िए, आपको इस काम को छोड़ना चाहिए, नहीं तो आपको इस काम को छोड़ना पड़ेगा। सिंह ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र की सरकार प्रदेश को सभी हरसंभव सहायता मुहैया कराएगी। भाषा एजेंसी