चक्रवाती तूफान 'जवाद' के आंध्र प्रदेश के तटों से आज यानी शनिवार को टकराने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। इससे ओडिशा, तमिलनाडु, अंडमान-निकोबार और बंगाल भी प्रभावित होने की आशंका है। प्रशासन ने चक्रवात से निपटने के लिए पूरी तैयारियां कर ली हैं। मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि 'जवाद' के प्रभाव से उत्तर आंध्र प्रदेश और कोस्टल ओडिशा के तटीय इलाकों में बारिश हो रही है।
उन्होंने कहा कि इसकी वजह से आज से भारी बारिश होने की संभावना है। बंगाल में बारिश होगी। जवाद अभी पुरी से 400 किमी दूर है। उड़ीसा पहुंचने पर इसकी गति 50 किमी प्रति घंटा होगी।
भुवनेश्वर के विशेष राहत आयुक्त, प्रदीप कुमार जेना ने कहा कि चक्रवाती तूफान जवाद वर्तमान में विशाखापत्तनम से 210 किमी दक्षिण दक्षिण पूर्व में और पुरी के लगभग 390 किमी दक्षिण दक्षिण पश्चिम और पारादीप के 470 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है।
आंध्र प्रदेश में चक्रवात को लेकर तैयारियां
चक्रवाती तूफान 'जवाद' के मद्देनजर आंध्र प्रदेश के तीन ज़िलों विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम में 11 एनडीआरएफ, 5 एसडीआरएफ, 6 तटरक्षक बल, 10 समुद्री पुलिस दल तैनात किए गए हैं। अभी तक इन ज़िलों के निचले इलाकों से 54,008 लोगों को निकाला गया है।
श्रीकाकुलम के कलेक्टर और डीएम, श्रीकेश बी लथकर ने कहा कि जिले भर में लगातार बारिश देखी गई, कुछ स्थानों पर 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। कल से 79 चक्रवात आश्रय अभियान चल रहे हैं। जिले भर में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, दमकल की टीमें अलर्ट पर तैनात हैं।
पुरी में जारी दिशा निर्देश
पुरी के एसपी कंवर विशाल सिंह ने बताया कि लोगों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। पुरी बीच पर मौजूद सभी लोगों को यह इलाका खाली करने को कहा गया है। पुरी में आश्रय गृह स्थापित किए गए हैं। सभी से अनुरोध है कि चक्रवात जवाद पर सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करें।