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लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने गिनाई अपनी उपलब्धियां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के 70वें स्वाधीनता दिवस पर आज लाल किले की ऐतिहासिक प्राचीर से तीसरी बार राष्ट्र को संबोधित किया। सुबह ठीक साढ़े सात ध्वारोहण करने के बाद उन्होंने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार और देश का संकल्प स्वराज से सुराज की ओर बढ़ना है और सरकार इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।
लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने गिनाई अपनी उपलब्धियां

उन्होंने कहा कि जैसे स्वराज के लिए हमारे महापुरुष ने कई बलिदान दिए वैसे ही सुराज के लिए भी बलिदानों की जरूरत होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि एक समय था जब सरकारें आरोपों से घिरी थी लेकिन अब सरकार उम्मीदों से घिरी है। इस मौके पर उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों की पेंशन में 20 प्रतिशत वृद्धि की घोषणा की।

प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि देश के गांवों में सड़कों का निर्माण जो पहले प्रतिदिन 70 से 75 किलोमीटर था उसे बढ़ाकर अब 100 किलोमीटर कर दिया गया है। इसी प्रकार पिछले 60 वर्षों में जहां पूरे देश में 14 करोड़ एलपीजी कनेक्‍शन दिए गए वहीं पिछले सिर्फ 60 सप्ताह में 4 करोड़ नए कनेक्‍शन दिए गए।

पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के प्रयासों से आज 50 रुपये में एलईडी बल्ब उपलब्ध है और पूरे देश में अब तक 13 करोड़ एलईडी बल्ब बांटे गए हैं। इससे बिजली बचत में मदद मिली है क्योंकि एलईडी बल्ब कम बिजली खपत में ज्यादा रोशनी देते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमने मुद्रास्फीति दर को 6 फीसदी से ऊपर नहीं जाने दिया जबकि पूर्व सरकार में यह दस फीसदी तक पहुंच गई थी। मैं यह सुनिश्चित करने के लिए काम करूंगा कि गरीब की थाली पर महंगाई का असर नहीं पड़े।’

अपनी सरकार की एक और उपलब्धि की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक साल में विद्युत वितरण लाइन बिछाने का काम पूर्व के 30,000....35,000 किलोमीटर के मुकाबले बढ़कर 50,000 किलोमीटर तक पहुंच गया है। यही नहीं जब उन्होंने पिछले साल लाल किले से राष्ट्र को संबोधित किया था तब यह चर्चा की थी कि देश के 18 हजार गांवों में आज तक बिजली नहीं पहुंची है। उन्होंने एक हजार दिनों में इन गांवों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य तय किया था। अभी एक हजार दिन होने में लंबा वक्त है मगर इनमें से 10 हजार गांवों में बिजली पहुंच भी गई है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने कतर के साथ गैस आयात के पुन: समझौते से 20,000 करोड़ रुपये बचाए गए। प्रधानमंत्री मोदी ने दालों के ऊंचे दामों की चर्चा करते हुए कहा कि दालों की बुआई में इस साल डेढ़ गुना वृद्धि, इससे कमी को पूरा करने और कीमत नीचे लाने में मदद मिलेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 90 बंद सिंचाई परियोजनाओं को पुनर्जीवित किया जाएगा, किसानों की इनपुट लागत को कम करने के लिए 77,000 सौर पंप बांटे गए। 15 लाख टन क्षमता के अनाज गोदाम बनाए गए, खाद्य प्रसंस्करण पर जोर, 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने पर जोर है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने सुधार, प्रदर्शन और बदलाव की रणनीति अपनाने तथा लोकलुभावन कदमों से बचने की कोशिश की। इसी क्रम में 7. 5 लाख करोड़ रुपये मूल्य की अटकी पड़ी 118 परियोजनाओं को पुनर्जीवित करने पर जोर दिया जा रहा है।

गन्ना किसानों का 99.5 प्रतिशत विगत बकाया चुकाया जा चुका है, इस सत्रा में बिके 95 प्रतिशत गन्ने का भुगतान किसानों को किया जा चुका है। प्रधानमंत्री ने जीएसटी की चर्चा करते हुए कहा कि इससे अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। उन्होंने इसे पारित कराने के लिए सभी दलों को धन्यवाद दिया है।

देश में सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने की कुछ कोशिशों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि देश में सामाजिक एकता सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। जाति, संप्रदाय के नाम पर विभाजन देश को नुकसान पहुंचाता है। लोगों को इन सबसे ऊपर उठने की आवश्यकता है। सामाजिक न्याय पर आधारित मजबूत समाज के बिना मजबूत देश नहीं बन सकता। चाहे जातिवाद हो या छुआछूत, सदियों पुरानी सामाजिक बुराइयों से निपटने के लिए सख्त एवं संवेदनशील रूख की आवश्यकता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश आतंकवाद और चरमपंथ को सहन नहीं कर सकता, युवा हिंसा को त्यागें और मुख्यधारा में लौटें। इसी के साथ पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वे हम पर हमला करने वाले आतंकवादियों का महिमामंडन करते हैं, जबकि भारत पेशावर में आतंकी हमले में बच्चों के मारे जाने पर रोया था। (एजेंसी)

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