Advertisement

महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती आज, प्रधानमंत्री मोदी-राहुल समेत इन नेताओं अर्पित की पुष्पांजलि

आज (2 अक्टूबर को) पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मना रहा है। इस मौके पर हर कोई महात्मा गांधी...
महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती आज, प्रधानमंत्री मोदी-राहुल समेत इन नेताओं अर्पित की पुष्पांजलि

आज (2 अक्टूबर को) पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मना रहा है। इस मौके पर हर कोई महात्मा गांधी के अमूल्य योगदान को याद कर रहा है। साथ ही, पूरा देश महात्मा गांधी को नमन कर रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नेता प्रतिप्रक्ष राहुल गांधी से लेकर केंद्रीय मंत्रियों और दिग्गज राजनेताओं तक ने बापू को याद किया। कई दिग्गज राजघाट पहुंचे और बापू को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लिखा खास मैसेज

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राजघाट पर महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गांधी जयंती के मौके पर महात्मा गांधी को याद करते हुए खास मैसेज भी लिखा। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया जिसमें एक फोटो भी है। इस फोटो में गांधी जी को लेकर लंबा मैसेज है। इस फोटो के कैप्शन में राष्ट्रपति ने लिखा, "राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती के अवसर पर मैं सभी देशवासियों की ओर से उनको विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं।"

पूज्य बापू को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजघाट पहुंचे, जहां उन्होंने बापू को पुष्पांजलि अर्पित की। वह कुछ देर तक वहां रुके भी। वहीं, पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, सभी देशवासियों की ओर से पूज्य बापू को उनकी जन्म-जयंती पर शत-शत नमन। सत्य, सद्भाव और समानता पर आधारित उनका जीवन और आदर्श देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणापुंज बना रहेगा।

राहुल गांधी ने राजघाट पर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी

कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी बुधवार सुबह राजघाट पहुंचे और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि के पुष्प अर्पित किए। राहुल गांधी और पीएम मोदी के अलावा कई और बड़े नेता भी राजघाट पहुंचे और राष्ट्रपिता को याद किया। 

राजनाथ सिंह ने भी किया याद

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक्स पर लिखा, "पूज्य बापू की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। बापू का पूरा जीवन, व्यक्तित्व, विचार और उनका संघर्ष हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा का स्रोत है। भारत ही नहीं, पूरी दुनिया की आने वाली पीढ़ियां भी उनसे प्रेरणा लेती रहेंगी।"

'उनके स्वदेशी और स्वराज के विचार सदियों तक प्रेरित करते रहेंगे'

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी इस खास मौके पर महात्मा गांधी को याद करते हुए एक्स पर लिखा, "संपूर्ण विश्व को शांति और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का जीवन अपने आप में एक आदर्श रहा। उनके स्वदेशी, स्वराज के विचार सदियों को प्रेरित करते रहेंगे। गांधी जयंती के अवसर पर महात्मा गांधी जी को कोटि-कोटि नमन।"

ओम बिरला और खट्टर ने दी श्रद्धांजलि

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राजघाट पर महात्मा गांधी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

बता दें कि महात्मा गांधी का जन्म गुजरात के पोरबंदर में दो अक्टूबर 1869 को हुआ था। उनके जन्मदिन को गांधी जयंती के साथ ही अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत से भारत को आजाद कराने की लड़ाई का नेतृत्व किया था। अहिंसक विरोध का उनका सिखाया सबक आज भी पूरी दुनिया में सम्मान के साथ याद किया जाता है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित की

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर विजय घाट पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी श्रद्धांजलि दी

पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, 'देश के जवान, किसान और स्वाभिमान के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि।'

राहुल गांधी ने लाल बहादुर शास्त्री को भी श्रद्धांजलि दी

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें विजय घाट पर पुष्पांजलि अर्पित की।

वीके सक्सेना ने विजय घाट पर पुष्पांजलि अर्पित की

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें विजय घाट पर पुष्पांजलि अर्पित की।

गौरतलब है कि लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। उनका जन्म दो अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। उनकी सादगी और विनम्रता के लोग कायल थे। उन्होंने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान ‘जय जवान जय किसान’ का नारा दिया था।

 

 

 

 

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad