पंजाब की सियासी पार्टी शिरोमणि अकाली दल की आज 100वीं वर्षगांठ है। इस बीच राज्य में गठबंधन सहयोगी बसपा की सुप्रीमो मायावती ने पार्टी को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष पंजाब में होने वाले आम चुनाव में यहां बसपा-अकाली दल के गठबंधन की पूर्ण बहुमत की सरकार बनें।
एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा, "आज शिरोमणि अकाली दल की 100वीं वर्षगांठ है। अकाली दल भारत की सबसे पुरानी क्षेत्रीय पार्टी है जो पंजाब की जनता के लिए संघर्ष करती रही है... मैं कामना करती हूं कि अगले वर्ष पंजाब में होने वाले आम चुनाव में यहां बसपा-अकाली दल के गठबंधन की पूर्ण बहुमत की सरकार बनें।"
बता दें कि अकाली दल ने कृषि कानूनों को लेकर भाजपा से नाता तोड़ लिया था और बीएसपी से गठबंधन किया था। इससे पहले अकाली दल ने पहले कहा था कि यदि उनका गठबंधन सत्ता में आता है, तो अनुसूचित जाति (एससी) के एक विधायक और एक हिंदू विधायक उपमुख्यमंत्री बनेंगे।
वहीं पिछले दिनों अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि यदि 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वह उपमुख्यमंत्री का पद बहुजन समाज पार्टी को देंगे। अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार को कहा कि अगर पंजाब में अकाली-बीएसपी गठबंधन अगली सरकार बनाता है, तो दो उपमुख्यमंत्री होंगे।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भी मायावती ने अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले यहां दूसरी पार्टियों से निष्कासित, निष्क्रिय और स्वार्थी लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करने से किया पार्टी का जनाधार बढ़ने वाला नहीं है। यहां कुछ पार्टियों द्वारा एक सीट पर कई लोगों को सीट का आश्वासन देकर भीड़ इकट्ठा की जा रही है। केंद्र और उ.प्र. सरकार द्वारा हर दिन प्रदेश में की जा रही ताबड़तोड़ घोषणाएं, अधकच्चे कार्यों के उद्घाटन एवं लोकार्पण से भी इनका जनाधार बढ़ने वाला नहीं है।