जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके की लिद्दर नदी में राफ्टिंग करते समय हए हादसे के दौरान पर्यटकों को बचाने की कोशिश करते हुए मारे गए एक ट्रैवल गाइड का शव शनिवार को नदी से बाहर निकाला गया। नदी में शुक्रवार शाम नाव पलटने के बाद पांच पर्यटकों को बचाने के दौरान रउफ अहमद डार लापता हो गए थे।
पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बतया कि शव को चिकित्सा संबंधी सभी कानूनी औपचारिकताओं के पूरा करने के बाद अंतिम संस्कार के लिए परिवार को सौंप दिया गया।
श्रीनगर से 96 किलोमीटर दूर पहलगाम में शुक्रवार शाम को जब यह घटना हुई उस समय नौका में तीन स्थानीय लोग और पश्चिम बंगाल का एक दंपति सवार था। प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से अधिकारियों ने बताया कि पर्यटक गाइड के तौर पर दंपति के साथ मौजूद डार ने देखा कि वे लोग नदी में डूब रहे हैं तो उसने बिना समय गंवाए नदी में छलांग लगा दी और उन्हें बचा लिया।
उन्होंने बताया कि इसके बाद तुरंत बाद खोज और बचाव अभियान शुरू किया गया। शुक्रवार देर रात तक तलाश जारी रही लेकिन अंधेरे के कारण अभियान रोकना पड़ा। उन्होंने बताया कि बहादुर पर्यटक गाइड का शव भवानी पुल के समीप शनिवार सुबह बरामद किया गया और औपचारिकताओं के बाद उसके रिश्तेदारों को सौंप दिया गया।
‘रियल लाइफ का हीरो’
डार को ‘रियल लाइफ का हीरो’ बताते हुए जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की। राज्य के मुख्य सचिव बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम ने संबंधित अधिकारियों को बहादुर ट्रैवल गाइड के परिवार को हर संभव सहायता और मुआवजा प्रदान करने का निर्देश दिया है। अनंतनाग के उपायुक्त खालिद जहांगीर ने कहा, ‘‘यह डार द्वारा पेश की गई कश्मीरियत की असली मिसाल है जो हमें प्यार, भाईचारे और देखभाल सिखाती है। डार ने कश्मीरी सत्कार की सच्ची भावना का प्रदर्शन करते हुए दो घरेलू पर्यटकों समेत पांच लोगों को सफलतापूर्वक बचाया।’’
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी शोक जताया। उन्होंने कहा, ‘‘इस बहादुर व्यक्ति डार को मेरा सलाम। उन्होंने पलटी हुई नौका से पर्यटकों को बचाया लेकिन अपनी जान गंवा दी। अल्लाह उन्हें जन्नत में आला मुकाम दें।’’
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जी ए मीर ने डार को सच्ची कश्मीरियत का प्रतीक बताया। बीजेपी के प्रदेश महासचिव (संगठन) अशोक कौल ने डार की मौत पर दुख जताया और उसके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की। कौल ने राज्यपाल प्रशासन से डार के परिवार को हरसंभव सहायता मुहैया कराने की अपील की।
हर साल आयोजित होता है राफ्टिंग कैंप
घाटी में लिद्दर और सिंध जैसे पर्वतीय झरनों में राफ्टिंग लंबे समय से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रही हैं। इन नदियों में हर साल मई, जून और जुलाई के महीनों में पर्यटकों के लिए राफ्टिंग अभियान आयोजित किया जाता है। इस अवधि में यहां दुनिया भर के पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। पहलगाम घाटी से गुजरने वाली लिद्दर नदी में इन दिनों पानी का बहाव काफी तेज है।