सोमवार को अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में 20 फीसदी तक की जबरदस्त गिरावट आ गई। वजह रही कि इन कंपनियों में निवेश करने वाले तीन विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के एकाउंट एनएसडीएल ने फ्रीज कर दिए। आरोप है कि मनीलॉन्ड्रिंग कानून के तहत कुछ जरूरी सूचनाएं छिपाई गईं। यह नहीं बताया गया कि वास्तविक मालिकाना हक किसका है। अब इस मामले पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने मांग की है अडाणी ग्रुप के खिलाफ जांच होनी चाहिए। उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से इस मामले में जांच करने की मांग की है। साथ हीं उन्होंने मोदी सरकार और जांच अधिकारियों पर भी सवाल उठाते हुए तंज कसा है। स्वामी ने कहा है कि जांच कराने से पहले पीएम मोदी को उन अफसरों की बैकग्राउंड जांच लेनी चाहिए। भाजपा सांसद ने अडाणी को ट्रपीज आर्टिस्ट करार दिया है।
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गौरतलब है कि एनएसडीएल ने तीन विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के एकाउंट फ्रीज कर दिए हैं। ये एफपीआई हैं अलबुला इन्वेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और एपीएमएस इन्वेस्टमेंट फंड। अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी ट्रांसमिशन और अदाणी टोटल गैस में इनकी हिस्सेदारी की वैल्यू करीब 43,500 करोड़ रुपए है। एकाउंट फ्रीज करने का मतलब है कि ये फंड न तो नए शेयर खरीद सकते हैं, न अपने पास पड़े शेयर बेच सकते हैं। खबर के मुताबिक कस्टोडियन ऐसे मामलों में पहले एफपीआई को चेतावनी देते हैं, लेकिन अगर वे उसके बाद भी उचित कदम न उठाएं तो एकाउंट फ्रीज कर दिया जाता है।
मॉरीशस में एक ही पते पर रजिस्टर्ड तीनों एफपीआई
खबर के अनुसार तीनों एफपीआई मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुई के एक ही पते पर रजिस्टर्ड हैं। इनकी कोई वेबसाइट भी नहीं है। इन तीनों की होल्डिंग अदाणी एंटरप्राइजेज में 6.82%, अदाणी ग्रीन एनर्जी में 3.58%, अदाणी ट्रांसमिशन में 8.03% और अदाणी टोटल गैस में 5.92% है। इस होल्डिंग की मौजूदा वैल्यू (शेयर गिरने से पहले) 43,500 करोड़ रुपये है।