उन्होंने कहा कि विश्व के जो देश स्वच्छ हैं, वहां के नागरिक स्वच्छता के प्रति विशेष सजक होते हैं। उन्होने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का आहवान किया कि वे अपने कार्यालय, अपने घर मोहल्ले से स्वच्छता की शुरूआत करें एवं सप्ताह में कम से कम दो घंटे श्रमदान करें।
स्वच्छता पखवाडे के शुभारंभ के साथ ही आज संगम, इलाहाबाद एवं देवप्रयाग, उत्तराखंड में श्रमदान एवं स्वच्छ संदेश रैली आयोजित की गई। राजस्थान के नीमराना, महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले एवं रूडकी में मंत्रालय की विभिन्न ईकाइयों द़वारा स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किये गए। 31 मार्च तक चलने वाले इस स्वच्छता पखवाडे के दौरान राजस्थान, पंजाब, तमिलनाडु, उत्तराखंड, पश्चिमबंगाल, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, उडीसा, पंजाब, असम, मणिपुर, केरल और झारखंड के 200 जलाशयों एवं उनके आसपास स्थानों पर स्वच्छता एवं जागकरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।