दिल्ली दंगा मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने यूएपीए के तहत गिरफ्तार आरोपी नताशा नरवाल, आसिफ इकबाल तन्हा और देवांगना कालिता को जमातन दे दी है। बता दें कि इन तीनों को पूर्वोत्तर दिल्ली में पिछले साल फरवरी में हुई हिंसा के सिलसिले में यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया गया था। इसमें नताशा नरवाल का नाम कई कारणों से ज्यादा सुर्खियों में रहा है। आइए, जानते हैं आखिर कौन है नताशा नरवाल....
नताशा नरवाल पिंजरा तोड़ एक्टिविस्ट और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में पीएचडी की छात्र हैं। उन्हें पिछले साल 23 मई को सीएए के खिलाफ हुए जाफराबाद प्रदर्शन में कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया था। नरवाल के साथ पिंजरा तोड़ की दूसरी एक्टिविस्ट देवांगना कालिता को भी गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, इसके अगले दिन ही उन दोनों को बेल मिल गई थी। मगर कुछ ही मिनटों बाद क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने नताशा और देवांगना को हत्या, दंगा और आपराधिक साजिश के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। वहीं 29 मई 2020 को नताशा पर यूएपीए लगा दिया गया।
नताशा ने अपने बीमार पिता से मिलने के लिए अंतरिम जमानत याचिका दाखिल की थी। लेकिन जमानत मिलती इससे पहले ही 9 मई को महावीर नरवाल ने दम तोड़ दिया। 10 मई को उनके निधन के बाद नताशा को 3 हफ्ते की जमानत मिली।
बता दें कि नताशा पिंजरा तोड़ की सदस्य हैं। पिंजड़ा तोड़ मुहिम की शुरुआत 2015 में हुई थी जिसका उद्देश्य छात्रावासों और पेइंग गेस्ट में छात्राओं के लिए पाबंदियों को समाप्त करना था।
नताशा नरवाल का जहम 5 मार्च 1989 को हरियाणा में हुआ, उनके परिवार में पिता महावीर नरवाल भाई आकाश नरवाल हैं। जब नताशा 13 साल की थी तब उनकी मां का निधन हो गया। नताशा के पिताजी महावीर नरवाल एक साइंटिस्ट थे और भाई आकाश नरवाल कोलकाता, पश्चिम बंगाल के सत्यजीत रे इंस्टिट्यूट ऑफ फिल्म एंड टेलिविजन में पढ़ाई कर रहा है।
नताशा ने हरियाणा यूनिवर्सिटी केंपस के स्कूल से मैट्रिकुलेशन किया है, उसके बाद नताशा आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली चली आयी उन्होंने प्लस टू (+2) दिल्ली स्कूल से किया। फिर ग्रेजुएशन दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज से करते हुए बीए ऑनर्स किया। फिर उसके बाद हिस्ट्री में एमए पूरा किया। जिसके बाद उन्होंने अंबेडकर यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली से एमफिल किया। अभी वे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) दिल्ली से पीएचडी कर रही हैं।